बन्दी प्रत्यक्षीकरण एक लैटिन पद है जिसका शाब्दिक अर्थ है-निरुद्ध व्यक्ति को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करो। यह एक आदेश के रूप में उन व्यक्तियों के विरुद्ध जारी किया जाता है जो किसी व्यक्ति को बन्दी बनाये हुए है। इस लेख द्वारा उन्हें आदेश दिया जाता है कि वे निरुद्ध व्यक्ति को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करें और यह बतायें कि उन्होंने किस अधिकार से उसे निरुद्ध किया है। यह लेख निरुद्ध व्यक्ति को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करने का आदेश देता है। यदि दिखाये गये कारण से यह पता चलता है कि निरोध का कोई विधिक औचित्य नहीं है तो न्यायालय निरुद्ध व्यक्ति को छेड़ देता है। इस प्रकार इस लेख के अन्तर्गत निरुद्ध व्यक्ति को | न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करना एक आवश्यक शर्त है। यह एक प्रक्रियात्मक लेख है। इसका | उद्देश्य उस व्यक्ति को रिहा करना है जिसका स्वतन्त्रता पर विधि विरुद्ध अवरोध लगाया गया है।