विद्यार्थियों के लिए योग अभ्यास का महत्व
योग को अनुशासन कहा गया है। आज के युग में अनुशासन की आवश्यकता बढ़ गयी है। युवा पीढ़ी में अनुशासनहीनता बढ़ रही है उसके लिए जिम्मेदार हैं हमारे जीवन की परिवर्तन शैली। भौतिकताकी दौड़ में हमने अपने मूल्य नष्ट कर दिये हैं। हम इस दौड़ में न अपने शरीर को बलिष्ठ रख पा रहे न मानसिक रूप से संतुलित हो पा रहे हैं। आज के युग में पढ़ाई के तौर-तरीके बदल गये हैं। स्कूली पढ़ाई के अतिरिक्त अन्य प्रकार कौशल भी विद्यार्थी को प्राप्त करने पड़ते हैं। प्रतियोगिता के दौर में विद्यार्थी को अपना अधिकतम समय पढ़ाई-लिखाई में ही लगाना पड़ता है। इसलिए आवश्यक है कि मानसिक तनाव को दूर करने के लिए खेल या योग के उपायों की श्रेष्ठ जीवन शैली को अपनाया जाये।
योगासनों के भेद बताइए तथा उससे क्या लाभ होता है? वर्णन कीजिए?
विद्यार्थी जीवन में ब्रह्मचर्य का विशेष महत्व है। वर्तमान में विभिन्न टी.वी. चैनल उत्तेजक दृश्यों भरे धारावाहिक, फिल्मी गानों तथा अन्य प्रकार के प्रोग्राम तैयार करके उपभोक्ताओं को परोसते हैं उनका उद्देश्य विज्ञापन के माध्यम से धन कमाना होता है।