वि- समाजीकरण से क्या आशय है?

वि-समाजीकरण से आशय पहले से सीखे हुए व्यवहारों को भुला देना अर्थात् व्यक्ति का पहले जो समाजीकरण हुआ है, उसे समाप्त कर देना है। व्यक्ति को उसके पहले हुए समाजीकरण की त्रुटियाँ व हानियाँ बताकर पहले वाले समाजीकरण में सीखे हुए व्यवहारों को छोड़ने व भुलाने को कहा जाता है। उदाहरण के लिए, एक व्यक्ति चोरी व अपराध करने में संलग्न हो जाता है या कक्षा से भागने की प्रवृत्ति सीख लेता है तो उसे इन बुरी आदतों को छोड़ने को कहा जाता है, इनसे होने वाली हानियों का उसे ज्ञान कराया जाता है और जब व्यक्ति उन्हें छोड़ देता है तो इसे वि-समाजीकरण कहते हैं। कई बार काफी समय पूर्व सीखे हुए व्यवहार का प्रयोग एक लम्बे समय तक नहीं करने पर हम स्वतः ही उसे भूल जाते हैं, यह भी वि समाजीकरण है। वि-समाजीकरण जान-बूझकर, चेतन रूप से एवं प्रयत्नपूर्वक भी किया जा सकता है तथा अनजाने व अचेतन रूप से भी।

ह्वेनसांग के भारत विवरण का संक्षिप्त वर्णन कीजिए।

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