उपभोक्तावाद के उद्देश्य लिखिए।

उपभोक्तावाद के उद्देश्य

जब हम ‘उपभोक्तावाद की बात करते हैं तो इससे हमारा अभिप्रायः यह है कि उपलब्ध धन में माल की खरीद से अधिक सन्तुष्टि प्राप्त करने में उपभोक्ताओं को सहायता मिलनी चाहिए तथा उन्हें प्रतिस्पर्द्धात्मक दरों पर माल उपलब्ध होना चाहिए। उपभोक्तावाद के प्रमुख उद्देश्य निम्नलिखित हैं

  1. व्यवसायियों द्वारा उपभोक्ता अभिमुख विपणन कार्यक्रम के व्यवहार को सुनिश्चित करना।
  2. अनुचित व्यापार व्यवहारों के विरुद्ध उपभोक्ता प्रतिरोध को संगठित करना ।
  3. क्रेता और विक्रेता के मध्य उचित सन्तुलित बनाए रखना।
  4. उपभोक्ता प्रशिक्षण, उपभोक्ता सूचना तथा तुलनात्मक परीक्षण कार्यक्रम आयोजित करना।
  5. उपभोक्ताओं के हितों का संरक्षण एवं सम्बर्द्धन करना।
  6. उपभोक्ता अधिकारों को संरक्षित बनाए रखना तथा उन्हें अविवेकपूर्ण व्यापारियों के शोषण से बचाना।
  7. सरकार के समक्ष उपभोक्ताओं के हितों को प्रस्तुत करना तथा उन्हें प्रभावकारी संरक्षण दिलाने के साथ ही उपभोक्ता संरक्षण हेतु सरकार द्वारा व्यावसायिक उपक्रमों के साथ मिलकर कार्य करना।

उपभोक्ता के स्वतन्त्र उपभोग करने में क्या-क्या बाधायें आती हैं एवं भारत में उपभोक्ता के हितों की श्रखा के लिये सरकार ने क्या-क्या उपाय किये हैं?

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