सांस्कृतिक विविधता पर एक टिप्पणी लिखिए।
संस्कृतिक विविधता पर टिप्पणी :- भारत में विभिन्न धर्मों, भाषाओं, रीति-रिवाजों, प्रथाओं, परम्पराओं, विचारों, विश्वास, संस्कारों, खान-पान, रहन-सहन, वेशभूषा आदि […]
संस्कृतिक विविधता पर टिप्पणी :- भारत में विभिन्न धर्मों, भाषाओं, रीति-रिवाजों, प्रथाओं, परम्पराओं, विचारों, विश्वास, संस्कारों, खान-पान, रहन-सहन, वेशभूषा आदि […]
शिक्षा के प्रमुख उद्देश्य की आवश्यकता- किसी भी कार्य को करने से पहले उसके उद्देश्य की जानकारी अवश्य होनी चाहिए।
मौखरी राजवंश का इतिहास – हरहा लेख से विदित होता है कि मौखरि मनु के वंश के राजा अश्वपति परिवार
लोक-जीवन पद्धति-लोक-जीवन पद्धति अध्ययन का एक विशेष तरीका है। इसके द्वारा यह समझने का प्रयत्न किया जाता है कि विभिन्न
प्राचीन काल में स्त्री शिक्षा पर टिप्पणी प्राचीनकाल में स्त्रियों को शिक्षा प्राप्त करने का पूर्ण अधिकार था। परिवार में
हर्षवर्धन का शासन प्रबन्ध- हर्षवर्धन केवल एक महान विजेता ही नहीं था बल्कि यह एक कुशल प्रशासक भी था। गुप्तकाल
उपनयन संस्कार- प्राचीन काल में शिक्षा का प्रारम्भ उपनयन संस्कार से होता था। उपनयन का शाब्दिक अर्थ है- गुरु के
समाजशास्त्र का अर्थ –समाजशास्त्र अंग्रेजी शब्द ‘Sociology’ का समाजशास्त्र अंग्रेजी शब्द ‘Sociology’ का हिन्दी रूपांतर है जो स्वयं भी लैटिन
समाजशास्त्र की परिभाषा समाजशास्त्र की परिभाषा को स्पष्ट करने के लिए विभिन्न विद्वानों ने अलग-अलग मतों का प्रतिपादन किया है।
समकालीन भारतीय समाज में जातिवाद की समस्या गंभीरतम स्तर पर पहुँच चुकी है। सामान्य शब्दों में जातिवाद से हमारा अभिप्राय