राजनीति शास्त्र

राज्यपाल की नियुक्ति, शक्तियों एवं कार्यों का वर्णन कीजिए।

राज्यपाल की नियुक्ति- राष्ट्रपति द्वारा की जाती है। इस प्रकार वह केन्द्र द्वारा नामांकित व्यक्ति होता है। राज्यपाल की नियुक्त न तो प्रत्यक्ष मतदान के माध्यम से की जाती है और न ही विशेष रूप से राष्ट्रपति के लिए गठित निर्वाचक मण्डल द्वारा, जो अप्रत्यक्ष रूप से राष्ट्रपति का चुनाव करता है। राज्यपाल के लिए …

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राज्य के मंत्रिपरिषद् के गठन, शक्तियों एवं कार्यों पर प्रकाश डालिए।

राज्य के मंत्रिपरिषद् के गठन- केन्द्र की ही तरह राज्यों में भी संसदीय प्रणाली को अपनाया गया है। इसलिए राज्य की वास्तविक कार्यपालिका मंत्रिपरिषद् ही है। जैसा कि पहले कहा कहा जा चुका है, उन कामों को छोड़कर जो राज्यपाल के विवेकाधिकारों से सम्बन्ध रखते हैं, राज्यपाल सभी कार्य मुख्यमंत्री एवं मंत्रिपरिषद् के परामर्श के …

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राज्यपाल की स्थिति ।

राज्यपाल की स्थिति – भारत में केन्द्र के समान ही राज्य स्तर पर भी संसदीय शासन की स्थापना की गयी है। इस प्रणाली में शासन की वास्तविक शक्तियाँ मन्त्रिपरिषद् में निहित होती है तथा राज्य का प्रधान मात्र औपचारिक प्रधान होता है। किन्तु इसका आशय यह नहीं है कि राज्यपाल का पद एक गौण पद …

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मार्क्स के ऐतिहासिक भौतिकवाद या आर्थिक नियतिवाद की विवेचना कीजिए।

इतिहास की आर्थिक व्याख्या या आर्थिक नियतिवाद – मार्क्स की विचारधारा में द्वन्द्वात्मक भौतिकवाद की भाँति ही इतिहास की आर्थिक व्याख्या या आर्थिक नियतिवाद का सिद्धान्त भी महत्त्वपूर्ण है। वास्तव में द्वन्द्वात्मक भौतिकवाद के सिद्धान्त को सामयिक विकास के सम्बन्ध में प्रयुक्त करना ही इतिहास की आर्थिक व्याख्या है। मार्क्स उन इतिहासकारों से सहमत नहीं …

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फ्रांस के राष्ट्रीय सभा एवं सीनेट के सभापति पर प्रकाश डालिए।

फ्रांस के राष्ट्रीय सभा – फ्रांस की राष्ट्रीय सभा का एक सभापति होता है। राष्ट्रीय सभा का सभापति उसके प्रथम सत्र की प्रथम बैठक में संविधान के अनुच्छेद 32 के अनुसार निर्वाचित किया जाता है। निर्वाचन गुप्त मतदान प्रणाली द्वारा होता है। प्रथम और द्वितीय मतदान सदन में कुछ सदस्यों का पूर्ण बहुमत आवश्यक है। …

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मार्क्स के द्वन्द्वात्मकभौतिकवाद से आप क्या समझते हैं? इसकी प्रमुख विशेषतायें लिखिए।

मार्क्स के द्वन्द्वात्मक भौतिकवाद – द्वन्द्वात्मक भौतिकवाद मार्क्स के विचारों का मूल आधार है। द्वन्द्वात्मक भौतिकवाद में उत्तर- दो शब्द हैं, इनमें प्रथम शब्द तो उस प्रक्रिया को स्पष्ट करता है, जिसके अनुसार सृष्टि का विकास हो रहा है और दूसरा शब्द सृष्टि के मूल तत्त्व को सूचित करता है। द्वन्द्वात्मक प्रक्रिया मार्क्स ने द्वन्द्वात्मक …

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फ्रांस के पांचवें गणतंत्र में राष्ट्रपति की निर्वाचन पद्धति का उल्लेख कीजिए।

पंचम गणतंत्र का राष्ट्रपति – पंचम गणतंत्र के पूर्व फ्रांस के राष्ट्रपति पद का स्वरूप वैसा ही था, जैसा कि ब्रिटेन में राजा या रानी का है। राष्ट्रपति राज्य का अध्यक्ष था और शासन का अध्यक्ष प्रधानमंत्री होता था। यद्यपि राष्ट्रपति राष्ट्र का प्रतीक था, शासन के सभी कार्य उसी के नाम से किये जाते …

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फ्रांस के पंचम गणतंत्र पर टिप्पणी लिखिए।

फ्रांस के पंचम गणतंत्र – देश को किस प्रकार के संविधान की आवश्यकता थी. इस विषय पर जनरल दि गॉल का अपना एक निश्चित मत या सत्ता में आने के तुरन्त बाद, उन्होंने एक नए संविधान के निर्माण का कार्य आरम्भ कर दिया। परन्तु वह जनता की इच्छा के विरुद्ध देश पर कोई संविधान थोपना …

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मार्क्स के राज्य सम्बन्धी विचार का वर्णन कीजिये।

मार्क्स के राज्य सम्बन्धी विचार – कार्ल मार्क्स राज्य को एक नैसर्गिक संस्था न मानते हुये उसके बारे में एक विशेष प्रकार की व्याख्या की है। मार्क्स के अनुसार पूँजीवादी व्यवस्था में राज्य पर पूँजीपति वर्ग का आधिपत्य रहता है तथा वह इस सत्ता के माध्यम से स्वयं के हितों का संरक्षण करते हैं। मार्क्स …

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स्पेन्सर के सामाजिक सावयव सिद्धान्त का वर्णन कीजिए।

स्पेन्सर के सामाजिक सावयव सिद्धान्त – स्पेन्सर ने अपनी सामाजिक सावयय की धारणा की चर्चा सर्वप्रथम अपनी पुस्तक ‘सामाजिक स्थिति विज्ञान’ (Social Statics 1851) में की थी। इसका तर्क पूर्ण और विस्तृत वर्णन उसने अपने प्रसिद्ध निवन्ध सामाजिक मावयव (Social Organism 1860) में किया है। स्पेन्सर के अन्य समाज शास्त्र के सिद्धान्त 1873 में इस …

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