उत्तर वैदिक काल में धर्म के स्वरूप की विवेचना कीजिए।
उत्तर वैदिक काल में धर्म के स्वरूप – उत्तर वैदिक कालीन धर्म सादिक धर्म के उत्तरोत्तर विकास को प्रदर्शित करता है। इस समय आर्य पूर्व में प्रचलित अंधविश्वासों से निकलकर नवीन धार्मिक सिद्धान्तों को जन्म दे रहे थे. जिनका संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है (1) पुनर्जन्मवाद का जन्म उत्तर वैदिक काल में कुछ ऋषियों ने …
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