आतंकवाद अथवा उग्रवाद पर संक्षिप्त निबन्ध लिखिए।
प्रस्तावना-अपनी शक्ति एवं प्रभुत्य से, नैतिक-अनैतिक कार्यों द्वारा जनमानस में विकलता की स्थिति पैदा कर अपना उद्देश्य सिद्ध करने का सिद्धान्त ही ‘आतंकवाद’ कहलाता है। अप्रत्यक्ष युद्ध द्वारा जन-मन एवं सत्ता पर अपने उद्देश्य प्राप्ति हेतु भय का वातावरण निर्माण करने का सिद्धान्त ही आतंकवाद है। आतंकवाद सत्ता के लिए खुली चुनौती है, कानून एवं …