अन्तर्जातीय विवाह पर संक्षिप्त निबन्ध लिखिए।
प्रस्तावना – ‘अन्तर्जातीय विवाह‘ अर्थात् दूसरी जाति में विवाह । प्राचीन भारत में अन्तर्जातीय विवाह की परम्परा एक स्वस्थ परम्परा समझी जाती थी। ‘स्वयंवर’ भी इसी परम्परा का एक अंग था परन्तु उस काल में इसके प्रतिवाद भी उपलब्ध थे, जैसे द्रोपदी स्वयंवर में कर्ण को हिस्सा लेने की अनुमति नहीं मिल पाई थी क्योंकि …