स्पेन के उत्कर्ष (उत्थान) के कारणों का वर्णन कीजिए।

16वीं शताब्दी में यूरोप की अधिकांश घटनाएँ स्पेन के हैप्सवर्ग परिवार के गौरव से प्रभावित थीं। स्पेन के इस गौरव वृद्धि से, जो निरन्तर बढ़ रहीं थी, अन्य यूरोपीय राज्य बहुत चिन्तित थे क्योंकि स्पेन की उत्तरोत्तर बढ़ती हुई शक्ति से उनका अस्तित्व खतरे में था। स्पेन के उत्कर्ष के अनेक कारण थे। जो निम्नलिखित हैं

(i) इसके उत्कर्ष का सर्वप्रथम कारण फर्डिनेण्ड एवं इजाबेला का सौभाग्यपूर्ण वैवाहिक सम्बन्ध था। 1469 ई. में फर्डिनेण्ड तथा इजाबेला का विवाह सम्पन्न हुआ। इसके परिणामस्वरूप स्पेन की राजनीतिक एकता का स्वप्न साकार हुआ, क्योंकि इससे पूर्व स्पेन विभिन्न राज्यों में विभाजित था तथा उसका एक भाग मुसलमानों के अधिकार में था। अतः फर्डिनेण्ड तथा इसाबेला ने स्पेन से मूरों की शक्ति को नष्ट करने तथा स्पेन को एक शक्तिशाली राष्ट्र का रूप देने के लिए स्थानीय तथा कुलीन वर्ग से सम्बन्धित विशेषाधिकारों को समाप्त कर एक निरंकुश एवं सुदृढ़ राजतन्त्र की स्थापना की।

(ii) स्पेन के उत्थान का दूसरा प्रमुख कारण फर्डिनेण्ड एवं इलाबेला द्वारा सेना का संगठन था। उनके सम्मिलित प्रयासों के फलस्वरूप स्पेनी सेना का पुनर्गठन हुआ जो कि स्पेन के उत्थान में अत्यधिक सहायक सिद्ध हुई। तुर्कों के कुस्तुनतुनियाँ पर अधिकार के कुछ समय पश्चात् 1492 ई. में स्पेनी सैनिकों ने मैनाडा पर विजय प्राप्त की। तुकों के विरुद्ध स्पेन की इस सफलता से स्पेन के गौरव में वृद्धि हुई। फर्डिनेण्ड तथा इजाबेला ने कुछ ही वर्षों में अपनी सफल कूटनीति तथा सैनिक शक्ति के द्वारा सम्पूर्ण स्पेन, नेपल्स, सिसली तथा सार्डीनिया पर अपना आधिपत्य स्थापित कर लिया जिससे यूरोप में स्पेन की सैनिक शक्ति की प्रतिष्ठा स्थापित हुई।

(iii) स्पेन के उत्कर्ष का तीसरा कारण 1492 ई. में कोलम्बस द्वारा नई दुनिया (अमेरिका) की खोज थी जिससे स्पेन के साम्राज्य में वृद्धि हुई। अमेरिका की खोज के परिणामस्वरूप स्पेन को वहाँ से अत्यधिक धनराशि की प्राप्ति हुई जिससे स्पेन के राजकोष में वृद्धि हुई।

ब्रिटिश न्याय व्यवस्था की विशेषताओं पर प्रकाश डालिये।

(iv) अंत में, फर्डिनेण्ड तथा इजाबेला ने अपनी तीन पुत्रियों का विवाह इस प्रकार किया जिससे स्पेन की शक्ति एवं महत्ता में और भी वृद्धि हुई। उन्होंने अपनी ज्येष्ठ पुत्री जोअना (जो कैस्टील तथा अरागान की उत्तराधिकारिणी थी) का विवाह हैप्सवर्गीय युवराज फिलिप से किया जो अति सुन्दर तथा धनवान था। फिलिप का पिता सम्राट मैक्सिमिलियन प्रथम (1493-1519 ई.) ऑस्ट्रिया का आर्चड्यूक एवं पवित्र रोमन सम्राट था तथा उसकी माता ‘मेरी ऑव वर्गण्डी’ नीदरलेण्ड्स की उत्तराधिकारिणी थी। फर्डिनेण्ड तथा इजाबेला ने अपनी द्वितीय पुत्री का विवाह पुर्तगाल के राजा इमैनुअल प्रथम (1495-1521 ई.) से किया तथा सबसे छोटी पुत्री कैथरीन का विवाह वेल्स के राजकुमार आर्थर से किया। किन्तु कैथरीन का यह विवाह सौभाग्यशाली न सिद्ध हुआ और 1502 ई. में उसके पति आर्थर की मृत्यु हो गई। तत्पश्चात् 1509 ई. में उसका विवाह स्वर्गवासी आर्थर के भाई हेनरी अष्टम से हुआ। जो इंग्लैण्ड का सम्राट था।

ये वैवाहिक सम्बन्ध भी स्पेन के उत्थान में अत्यधिक सहायक सिद्ध हुए। इनसे यूरोप में स्पेन के सम्बन्धों का ही विस्तार नहीं हुआ, वरन् स्पेनी साम्राज्य एवं शक्ति की भी वृद्धि हुई। फर्डिनेण्ड तथा इजाबेला की ज्येष्ठ पुत्री जोअना ने चार्ल्स की जन्म दिया जो भविष्य में चार्ल्स पंचम के नाम से प्रसिद्ध हुआ। उसे अपनी माता एवं पिता की ओर से उत्तराधिकार के रूप में अनेक राज्यों की प्राप्ति हुई जिससे स्पेन का साम्राज्य अपने चरमोत्कर्ष को प्राप्त हुआ।

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