स्पेन के फर्डीनेण्ड एवं ईसाबेला पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।

स्पेन के फर्डीनेण्ड एवं ईसाबेला – स्पेन में फर्डीनेण्ड एवं ईसाबेला के संयुक्त प्रशासन के विषय में विद्वानों में मिश्रित प्रतिक्रिया दृष्टिगोचर होती है। आलोचकों का मानना है कि दोनों का वैवाहिक संबंध वैयक्तिक एकीकरण के अलावा कुछ नहीं था क्योंकि अरागान एवं कैस्टाइल दोनों राज्यों की आर्थिक व्यवस्थाएं एवं विधि विधान एक-दूसरे से नितान्त भिन्न थे। अतः बाद में आने वाले स्पेन के शासकों को अनेक विद्रोहों का सामना करना पड़ा। ग्रेनाडा के मुस्लिम मूरों के विरुद्ध संघर्ष एवं इन्क्कीजीशन नामक न्यायालयों ने धार्मिक असहिष्णुता को जन्म दिया ही, साथ ही साथ कृषि व्यापार एवं वाणिज्य को गहरा आघात पहुंचाया।

पालवंश के संस्थापक गोपाल के विषय में आप क्या जानते हैं?

उक्त तर्कों के संदर्भ में यह तो स्वीकार करना ही होगा कि इनक्कीजीशन की नीति उचित नहीं थी। परन्तु इससे देश के राजनीतिक संगठन को सुदृढ़ बनाने में सफलता प्राप्त हुई। वैवाहिक सम्बन्ध की महत्वा इस बात से ही स्पष्ट हो जाती है कि दोनों राज्यों की विदेश नीति अब एक हो गयी। स्पेन को अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त हो गया।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top