सिकन्दर के प्रारम्भिक जीवन – महान विजेता सिकन्दर मकदूनिया (यूनान) के शासक फिलिप का पुत्र था। उसका जन्म लगभग 356 ई.पू. में हुआ था। 334 ई. पू. में वह अपने पिता की मृत्यु के बाद मकदूनिया का शासक बना। सिकन्दर एक महत्वाकांक्षी और योग्य शासक था। उसका सपना था कि वह विश्व विजय करें। सिकन्दर ने 328 ई.पू. तक सम्पूर्ण ईरानी साम्राज्य और अफगानिस्तान के राज्य को जीतकर एक महान सम्राट की उपाधि हासिल कर ली। तत्पश्चात् सिकन्दर ने भारत पर आक्रमण की योजना बनाई, सिकन्दर के आक्रमण के समय काल में भारत छोटे-छोटे राज्यों तथा गणतन्त्रों में विभाजित था तथा जो आपस में लगातार संघर्ष करते रहते थे। वे आपस में एक दूसरे के पतन के लिए योजना बनाते रहते थे। अपनी उन्नति पर उतना ध्यान नहीं देते थे। अतः अपने पतन के लिए इन राज्यों ने अपने द्वार खोल रखे थे जिसका फायदा सिकन्दर ने बड़ी आसानी से उठाया।
प्राचीन भारतीय इतिहास के विषय में आप क्या जानते हैं?
सिकन्दर भारत पर आक्रमण के पूर्व 327 ई.पू. में हिन्दूकुश को पार करके कोहिदामन की घाटी में आया, जहां पर उसने अलेक्जेन्ड्रिया नामक नगर स्थापित किया। 326 ई.पू. में सिकन्दर को भारत शासक पोरस (पुरू) से संघर्ष हुआ जिसमें सिकन्दर विजयी रहा। तत्पश्चात् अनेकों स्थानों पर विजय प्राप्त करते हुए सिकन्दर अपनी सेना सहित 323 ई.पू. बेबीलोन पहुँच गया जहां बीमार हो जाने के पश्चात् लगभग 33 वर्ष की आयु में उसकी मृत्यु हो गई।