शिक्षा में जनसंचार क्या है ?

शिक्षा में जनसंचार – जनसंचार माध्यम का अर्थ प्रभावी सम्प्रेषण के लिए माध्यम आवश्यक हैं किन्तु मीडिया का कोई स्पष्ट अर्थ नहीं होता है। फिर भी सम्प्रेषण के भौतिक साधनों को माध्यम या सम्प्रेषण के साधन कहा जा सकता है। जनसंचार माध्यम को यदि विश्लेषित किया जाये तो इसमें तीन शब्द है ‘जन’, ‘संचार’ और ‘माध्यम’ जन का अर्थ है व्यक्तियों का बड़ा समूह, संचार का अर्थ है प्रसारित करना तथा माध्यम का अर्थ है ऐसा साधन जिसके द्वारा प्रसारित किया जाए। इस प्रकार जनसंचार माध्यमों को निम्न प्रकार से परिभाषित किया जा सकता है। “जनसंचार के माध्यम हैं जो बड़े समूह में समान सन्देशों को प्रसारित करते हैं।” पुस्तकें छपी सामग्री, कम्प्यूटर, स्लाइड टेप, फिल्म आदि मीडिया हैं। जब सम्प्रेषण व्यक्तियों में आमने-सामने होता है तो इन्द्रियों का प्रयोग करते हैं तथा सम्प्रेषण को शीघ्र ही पृष्ठपोषण प्राप्त होता है जब सम्प्रेषण किसी जनसंचार माध्यम तथा व्यक्ति के मध्य होता है तो इसे हम मॉस मीडिया कह सकते हैं। अर्थात् वह सम्प्रेषण साधन, जिसमें व्यक्ति की अनुपस्थिति में छपी हुई सामग्री, आवाज (रेडियो) अथवा श्रव्य-दृव्य सामग्री (दूरदर्शन) द्वारा सम्प्रेषण होता है जनसंचार साधन कहलाते हैं। इन साधनों द्वारा एक ही साथ कई व्यक्तियों के

साथ एक तरफा सम्प्रेषण होता है। शिक्षा जगत में जनसंचार के माध्यम अत्यन्त उपयोगी सिद्ध हो रहे हैं इनके मूल्यों का वर्णन अग्रलिखित प्रकार से किया जा सकता है

अन्तर्राष्ट्रीय सद्भावना की शिक्षा के पाँच सिद्धान्त लिखिए।

  1. जनसंचार के साधन विद्यार्थियों को जीवन की वास्तविकताओं से परिचित कराते हैं। दूरदर्शन और आकाशवाणी द्वारा प्राप्त ज्ञान छात्रों के दृष्टिकोण को विस्तृत करते हैं क्योंकि उन्हें विभिन्न क्षेत्रों से सूचना मिलती है और जीवन की ऐसी यथार्थताओं से परिचय प्राप्त होता है। जो विद्यालय के बन्द कमरे में कभी प्राप्त नहीं हो सकता।
  2. जनसंचार के साधन प्राथमिक सूचना देते हैं। विद्यार्थी दूरदर्शन द्वारा ऐसे व्यक्तियों की जागी एवं चित्र देख लेते हैं जो दो के लिए और उनकी रुचि के लिए महत्वपूर्ण है 3. सुनने, नोट करने एवं भाषा सम्बन्धी सुधार की दिशा में जनसंचार के साधन लाभप्रद सिद्ध होते हैं।
  3. राष्ट्रीय एकता साम्प्रदायिक सौहार्द्र और समर्पित सेवा भावना सम्बन्धी बानों को सरस एवं मनोरम ढंग से उपस्थित कर जनसंचार के साधन शिक्षा ‘जगत में क्रान्तिकारी परिवर्तन लाने में सक्षम है।

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