शिक्षा के सृजनात्मक एवं राजनीतिक कार्यों का वर्णन कीजिए।

शिक्षा के सृजनात्मक कार्य शिक्षा में सृजनात्मक कार्य होने पर ही उसका सामाजिक महत्त्व होता है। प्रयोजनवादियों ने सृजनात्मक शिक्षा को महत्वपूर्ण माना है शिक्षा को उन्होंने गत्यात्मक प्रक्रिया माना है शिक्षक को कलाकार और शिक्षार्थी को उसका कृत्य माना है शिक्षा के पाठ्यक्रम में हस्तकौशल और उत्पादक विषयों को महत्व दिया जाता है। शिक्षा के इन सब तथ्यों से उसके सृजनात्मक कार्य की ओर संकेत मिलता है।

व्यावसायिक निर्देशन के उद्देश्य क्या है ?

राजनीतिक कार्य देश में जिस प्रकार की शासन प्रणाली होती है उसका प्रचार शिक्षा द्वारा किया जाता है और प्रत्येक नागरिक को उस शासन प्रणाली के सम्बन्ध में ज्ञान दिया जाता है।

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