संयुक्त परिवार का भविष्य क्या है?

संयुक्त परिवार का भविष्य – वर्तमान समय में नगरीकरण एवं औद्योगिकरण के कारण समाज में मूलभूत परिवर्तन हुए हैं। इस परिवर्तन का व्यापक प्रभाव संयुक्त परिवार पर भी पड़ा। सामाजिक परिवर्तन के आधुनिक दौर में संयुक्त परिवार का विघटन हुआ है। लोग शहरों में आकर बसने लगे हैं जिसके कारण वे संयुक्त परिवार से अलग रहते हैं। संयुक्त परिवार से अलग होने के कारण इस परिवार के सदस्य एवं उसके बीबी बच्चों का लगाव संयुक्त परिवार के अन्य सदस्यों से कम हो जाता है। वे अपनी निजी जिन्दगी में व्यस्त होते जाते हैं जिस कारण वे अपने चाचा-चाची दादा-दादी एवं अन्य सदस्यों को धीरे-धीरे भूलने लगते हैं। ऐसी स्थिति में संयुक्त परिवार का भविष्य अंधकारमय हो जाता है परन्तु इस भाग दौड़ की जिन्दगी में व्यक्ति के अन्दर जो निराशाएँ मानसिक टेंशन एवं अन्य समस्याएँ पैदा होती है उसे एकांकी परिवार हल नहीं कर पाता और ऐसी स्थिति में उसे पुनः अपने संयुक्त परिवार की याद आती है तब उसे एहसास होता है कि संयुक्त परिवार का क्या महत्व होता है।

परामर्शदाता की विशेषताओं का वर्णन कीजिए ।

ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी संयुक्त परिवार की प्रथा है। जहाँ परिवार के सभी सदस्य मिलजुलकर एक-दूसरे के सुख-दुःख में हिस्सा लेते हैं और परिवार के सदस्यों पर आने वाली विपत्तियों का सामना भी मिलजुलकर करते हैं। इस प्रकार उपरोक्त विवरण के आधार पर यह कहा जा सकता है कि वर्तमान परिवेश में भी संयुक्त परिवार का एक अलग महत्व है और इसका भविष्य भी सुरक्षित है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top