B.Ed. / BTC/ D.EL.ED / M.Ed. TEACHING

संकलित आलेख पत्र से आप क्या समझते हैं?

किसी भी छात्रों को उचित परामर्श तथा निर्देशन सहायता प्रदान करने के लिए आवश्यक है। कि उस छात्र से सम्बन्धित समस्त सूचनाएँ प्राप्त की जाय। व्यक्ति का विभिन्न विधियों द्वारा अध्ययन करने के उपरान्त जो सूचनाएँ प्राप्त होती हैं उनको संकलित रूप में रखना निर्देशन कार्यक्रम के लिए अधिक उपयोगी होता है। संकलित आलेख शब्द का प्रयोग सन् 1930 से प्रारम्भ हुआ है।

संकलित आलेख पत्र क्या हैं?

संकलित आलेख पत्र की परिभाषा अनेक विद्वानों ने दी है

  1. डब्ल्यू0डी० एलिन ने संकलित आलेख पत्र के सम्बन्ध में कहा है, ‘संकलित आलेख-पत्र में व्यक्तिगत छात्र के मूल्यांकन (Appraisal) से सम्बन्धित सूचनाओं का लेख होता है। सामान्यता ये सूचनाएँ एक पत्र पर लिखकर एक स्थान पर ही रखी जाती है।”
  2. जैन वार्टर्स के अनुसार, ‘परीक्षा, प्रश्नावली, अवलोकन, साक्षात्कार, व्यक्तिवृत्त अध्ययन आदि विधियों के प्रयोग से प्राप्त छात्र से सम्बन्धित सभी महत्वपूर्ण सूचनाएँ सारांश रूप में संकलित आलेख पर में संग्रहीत करनी चाहिए।’
  3. मुरे थॉमस के अनुसार, ‘संकलित आलेख- पत्र किसी छात्र के बारे में लम्बी अवधि में एकत्रित की गई सूचना होती है।’

लोक संस्कृति से आप क्या समझते हैं

इन परिभाषाओं से स्पष्ट हो जाता है कि छात्र के जीवन से सम्बन्धित सभी प्रकार की सूचनाएँ, जैसे-शारीरिक, मानसिक, सामाजिक, चारित्रिक और मनोवैज्ञानिक आदि संकलित आलेख पत्र में लिखी जाती है। प्राथमिक विद्यालय में प्रवेश प्राप्त करने के समय से ही बालकों का संकलित आलेख पत्र रखना आरम्भ होता है।

About the author

pppatel407@gmail.com

Leave a Comment