Sociology

संघर्ष का अर्थ और परिभाषा लिखिए।

संघर्ष का अर्थ

संघर्ष का अर्थ – संघर्ष एक पृथकतावादी प्रक्रिया है। संघर्ष विरोध के बुरे पक्ष का प्रतिनिधित्व करता है। संघर्ष का मूल तत्त्व यह है कि इसमें कोई व्यक्ति (या समूह) एक ही वस्तु के लिए प्रयत्नशील दूसरे व्यक्ति (या समूह) के प्रयत्न को अवरुद्ध कर देता है। एक ही खिलौने पर झपटने वाले बच्चों का व्यवहार संघर्ष का अच्छा उदाहरण प्रस्तुत करता है। इस प्रकार हम देखते हैं कि संघर्ष अति तीव्र उद्वेग और अत्यधिक शक्तिशाली उत्तेजना को जायत कर देता है और ध्यान एवं प्रयत्न को अत्यधिक एकाग्रचित कर देता है। सामाजिक संघर्ष में वे सभी कार्यकलाप सम्मिलित हैं। . जिनमें मनुष्य किसी भी उद्देश्य की पूर्ति के लिए ‘एक-दूसरे के विरुद्ध संघर्ष करता है।

परिभाषायें

गिलिन तथा गिलिन के शब्दों में-“संघर्ष वह सामाजिक प्रक्रिया है जिसमें व्यक्ति या समूह अपने विरोधी को प्रत्यक्ष तौर पर हिंसा या हिंसा की चुनौती देकर अपने उद्देश्यों की पूर्ति करना चाहते हैं।”

राज्य की परिभाषा तथा महत्व बताइए।

ग्रीन के अनुसार – “संघर्ष जानबूझ कर किया गया वह प्रयत्न है जो दूसरे या दूसरो की इच्छा का विरोध करने, बाधा पहुँचाने अथवा दबाने के लिए किया जाता है।”

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