सम्प्रेषण क्षेत्र का विस्तार बताइए?

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सम्प्रेषण क्षेत्र का विस्तार – मौखिक सम्प्रेषण में वक्ता और श्रोता दोनों की उपस्थिति अनिवार्य है। इसलिए इसका सम्प्रेषण क्षेत्र सीमित होता है। इसके विपरीत लिखित सम्प्रेषण दूरी और काल की सीमा को पार कर लेता है। इसलिए लेखन को सम्प्रेषण के क्षेत्र में दूरी का माध्यम कहा गया है। जिसमें न केवल लेखक और पाठक की दूरी मिट जाती है। वरन् लेखक और संदेश की दूरी भी सिमट जाती है।

धर्म के कोई चार मौलिक लक्षण बताइये।

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