समाजवादी राज्य socialist state

समाजवादी राज्य- संविधान सभा में इस बात पर पर्याप्त वाद-विवाद हुआ था कि भारत के द्वारा समाजवाद को राज्य दर्शन के रूप में स्वीकार किया जाय अथवा नहीं। अन्त में यही सोचा गया था कि किसी एक विशेष दर्शन को स्वीकार करने से नवीन विवादों को जन्म मिलेगा। लेकिन इस बात पर सभी भारतीय सहमत रहे हैं कि भारत के लिए समाजवाद का मार्ग ही उपयुक्त हो सकता है। इस सामान्य भावना को स्वीकार करते हुए ही 42वे संवैधानिक संशोधन द्वारा प्रस्तावना में भारत को ‘समाजवादी राज्य घोषित किया गया है।

सात्मीकरण का अर्थ तथा परिभाषाएँ

वस्तुतः प्रस्तावना में भारत को ‘समाजवादी राज्य’ घोषित करने से वस्तुस्थिति में कोई विशेष परिवर्तन नहीं आया है। प्रथम, प्रस्तावना को ‘न्याय-योग्य स्थिति’ प्राप्त नहीं है। द्वितीय, समाजवाद शब्द अपने आप में बहुत अधिक अस्पष्ट है। भारत के द्वारा अपनी विशेष परिस्थितियों के आधार पर ही समाजवाद को अपनाया जाएगा और भारतीय समाजवाद अन्य अधिक परिचित समाजवादों से अपने आप में भिन्न होगा।

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