सामाजिक मूल्य के प्रकार
सामाजिक मूल्य के प्रकार निम्नलिखित हैं
1. सामाजिक मूल्य
कुछ मूल्यों का सम्बन्ध सामाजिक जीवन से होता है। सामाजिक व्यवहार, परम्पराओं एवं आदतों के सम्बन्ध में प्रत्येक समाज में कुछ मूल्य पाये जाते हैं।
2. सांस्कृतिक मूल्य
इनका सम्बन्ध संस्कृति से होता है। इनमें परम्परा, कला, लोकरीति, रूढ़ियों, उपकरणों, प्रतीकों, सत्यता, सुन्दरता एवं उपयोगिता आदि से सम्बन्धित मूल्य आते हैं। सांस्कृतिक मूल्य पीढ़ी-दर-पीढ़ी हस्तांतरित किये जाते हैं तथा समाज इन्हें उचित एवं अनुकरणीय मानता है। इन मूल्यों के द्वारा समाज अपने सदस्यों के व्यवहारों को नियमित एवं नियंत्रित करता है।
3. सावयवी मूल्य
इस प्रकार के मूल्यों का सम्बन्ध आग, पानी एवं भार आदि से है। जैसे ‘आग से मत खेलो’, ‘पानी से दूर हो’, ‘भारी पदार्थ से अलग रहो’ आदि। ये वे मूल्य हैं जो शरीर एवं सावयव की रक्षा तथा व्यक्ति के जन्म एवं मृत्यु से सम्बन्धित होते हैं।
परसंस्कृति ग्रहण की अवधारणा को स्पष्ट कीजिए।
4. विशिष्ट मूल्य
प्रत्येक व्यक्ति की अपनी व्यक्तिगत विशेषतायें, रुचि तथा विचार होते हैं। उन्हीं के आधार पर वह किसी वस्तु का मूल्यांकन करता है। उदाहरण के लिये विधवा पुनर्विवाह एवं बाल विवाह को कोई उचित मानता है तो कोई अनुचित