राष्ट्रीय राज्यों की उपलब्धियाँ – यूरोप में 16 वीं सदी के प्रारम्भ में चार शक्तिशाली राष्ट्रीय राजतन्त्र-स्पेन, पुर्तगाल, फ्रांस और इंग्लैण्ड का उदय हुआ तथा इन्होंने यूरोपीय राजनीति पर प्रभाव कायम कर लिया। तत्कालीन युग में अन्य यूरोपीय राज्य या तो बँटे हुए थे या रोमन साम्राज्य के अंग थे अथवा अपनी समस्याओं से ग्रसित थे। इस प्रकार इन चार राष्ट्रीय राज्यों ने उस राजनीतिक धारा का प्रतिनिधित्व किया, जो भावी यूरोप और दुनिया की मुख्य धारा बनने जा रही थी। यह धारा थी- राष्ट्रीय चेतना। 16 वीं-17 वीं शताब्दियों में यूरोप में उदीयमान राष्ट्रीय शासकों ने राष्ट्रीय चेतना की नींव रखी।
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इस चेतना के पीछे राष्ट्रीय शासकों की कोई योजना कार्य नहीं कर रही थी। राष्ट्रीय राज्यों का निर्माण उपयुक्त अवसर एवं वातावरण के कारण ही सम्भव हुआ। इन राष्ट्रीय राज्यों की अनेक महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ थीं। जिनमें अपने को चर्च के चंगुल से पृथक् करना, अपनी पहचान बनाना और राज्य को शक्तिशाली और उन्नत बनाना प्रमुख था।