पुनर्जागरण के प्रभाव से यूरोपवासियों ने राज्य, समाज, प्रकृति, कला व दर्शन सम्बन्धी मध्यकालीन विचारों को त्याग दिया। पुनर्जागरण काल ऐतिहासिक दृष्टि से मानव सभ्यता को ऊंचा उठाने वाला काल था, जिसमें मनुष्य को स्वतंत्र रूप से विचार करने का अवसर प्राप्त हुआ। व्यक्तिगत स्वतंत्रता और आत्म ज्ञान की पुनर्जागरण की ही देन थी। पुनर्जागरण के मुख्य प्रभाव निम्न थे
- मध्यम वर्ग का अभ्युदय तथा उसके प्रभाव और शक्ति में वृद्धि।
- राष्ट्रीयता की भावना का विकास। वर्ग हित और स्थानीय राष्ट्रीय हित में निहित हुए।
- राजा की शक्ति में अत्यधिक वृद्धि हुई।
- चर्च की प्रधानता का अन्त हुआ।
- व्यापारिक क्रान्ति और उससे उत्पन्न समृद्धि।
- धर्म सुधार आन्दोलन की शुरूआत।
- विज्ञान और विभिन्न कलाओं का विकास।