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पर्यावरण संरक्षण में कार्य गोष्ठियों की भूमिका का उल्लेख कीजिये।

पर्यावरण संरक्षण में कार्य गोष्ठियों की भूमिका

अंतर्राष्ट्रीय संधि तथा पर्यावरण संरक्षण अधिनियम (International Treaty and Environment Conservation Act)- आज सम्पूर्ण विश्व में पर्यावरण की समस्या को सुलझाने के प्रयत्न किये जा रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पर्यावरण को संतुलित रखने हेतु जो संधियां की गयी है उनके उदाहरण निम्नलिखित है।

  1. आणविक अस्त्रों के परीक्षणों के निषेध की संधि (1963)
  2. आणविक असों के अप्रसार की संधि (1968)
  3. तेल प्रदूषण से नुकसान के लिए नागरिकों के दायित्व संबंधी अधिनियम (1969)
  4. खुले समुद्र पर तेल प्रदूषण से क्षति संबंधी अधिनियम (1969)
  5. अंतर्राष्ट्रीय महत्व के नम, भूमि तथा विशेषतः पानी के आसपास रहने वाले पक्षियों के आवास स्थान का अभिरूपण (1971)
  6. आणविक अस्त्रों को समुद्र तल पर रखने के निषेध की संधि (1971)
  7. जोखिम में पड़े जंगली पेड़ पौधों के अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का अधिनियम (1973)
  8. जलपोतों तथा हवाई जहाजों द्वारा देर करने से समुद्रीय प्रदूषण को बचाने का अधिनियम (1973)
  9. विश्व पर्यावरण एवं विकास आयोग (1975)
  10. अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण सम्मेलन (1952)

पर्यावरण शिक्षा की आवश्यकता क्या है?

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