परामर्श सम्बन्धी साक्षात्कार प्रविधि की विशेषताएँ बताइये

परामर्श सम्बन्धी साक्षात्कार प्रविधि की विशेषताएँ- उपरोक्त परिभाषाओं के आधार पर, परामर्श साक्षात्कार की कुछ विशेषताएँ स्पष्ट होनी है, जिनका उल्लेख निम्नलिखित हैं का सर्वश्रेष्ठ साधन है।

  1. परामर्श साक्षात्कार, पारस्परिक विचारों के आदान-प्रदान
  2. परामर्श साक्षात्कार की प्रक्रिया के अन्तर्गत, दो या दो से अधिक व्यक्तियों का वार्तालाप अथवा निकट सम्पर्क होता है।
  3. परामर्श साक्षात्कार, पारस्परिक सम्बन्धों पर आधारित अन्तःक्रिया की प्रविधि है।
  4. परामर्श साक्षात्कार, उद्देश्य केन्द्रित होता है।
  5. इसके आधार पर व्यक्ति के सम्बन्ध में तथ्यपूर्ण सामग्री का संकलन किया जाता है।
  6. यह प्रविधि, प्राथमिक सम्बन्धों पर आधारित होती है।

हर्ष-पुलकेशिन द्वितीय के सम्बन्ध पर प्रकाश डालिए।

गुड तथा हॉट ने साक्षात्कार की जिन विशेषताओं का निर्धारण किया है, उनका उल्लेख निम्नलिखित प्रकार है

  1. इसका, समाज के किसी भी वर्ग पर प्रयोग किया जा सकता है।
  2. इसमें सहयोग करने को लोग सरलता से तैयार हो जाते हैं, क्योंकि उन्हें लिखित रूप में कुछ भी नहीं देना होता है।
  3. इस विधि का लचीलापन, इसकी प्रमुख विशेषता है।
  4. इस विधि द्वारा, केवल यही ज्ञान नहीं है कि विषयी किस-किस विषय के बारे में क्या उत्तर देता है ? वरन् उसकी भाव-भंगिमा इसके कुछ अधिक ही बना देती है।
  5. इस विधि द्वारा, व्यवहार के उन आयामों का अध्ययन भी किया जा सकता है। जिसे प्रायः सभ्य तथा में प्रकट करने से लोग हिचकिचाते हैं।

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