तबकात-ए-नासिरी का ऐतिहासिक महत्व बताइए।
तबकात-ए-नासिरी का ऐतिहासिक महत्व – ‘तबकात-ए-नासिरी एक ग्रन्थ है। इस ग्रन्थ के लेख मिन्हाज-उस-सिराज है। उनमें उत्तरी भारत में मुस्लिम […]
तबकात-ए-नासिरी का ऐतिहासिक महत्व – ‘तबकात-ए-नासिरी एक ग्रन्थ है। इस ग्रन्थ के लेख मिन्हाज-उस-सिराज है। उनमें उत्तरी भारत में मुस्लिम […]
औपचारिक व अनौपचारिक शिक्षा – पाठ्यक्रम के आधार पर शिक्षा के निम्न स्वरूप अथवा प्रकार है- (1) औपचारिक शिक्षा (Formal
चीन के मिंग वंश –14वीं शताब्दी के मध्य में युआन वंश के पतनोन्मुख होने पर विद्रोही नेता चु युआन चांग
शिक्षा का अर्थ, परिभाषा-शिक्षा का अर्थ संकुचित रूप में पुस्तकीय ज्ञान और पढ़ने-लिखने से लगाया जाता है परन्तु व्यापक रूप
असीरियन एवं बेबीलोनियन सभ्यता – यदि हम दोनों सभ्यताओं के विभिन्न पक्षों का तुलनात्मक अध्ययन करें तो स्पष्ट होगा कि
अन्तः क्रियावाद (मीड) – जे.एच. मीड ने “माइन्डसेल्फ एण्ड सोसाइटी” में जो सिद्धान्त प्रस्तुत किया है उससे प्रतीकात्मक अन्तक्रियावादी सिद्धान्त
फ्रांस के दोनों सदनों के सम्बन्ध – फ्रांस में संसद के दोनों सदनों के कार्यों और अधिकारों में सदैव परिवर्तन
औद्योगिक क्रान्ति का आर्थिक क्षेत्र में प्रभाव – इंग्लैण्ड की औद्योगिक क्रान्ति ने इंग्लैण्ड की आर्थिक अवस्था में प्रभावशाली परिवर्तन
मूल्य परिप्रेक्ष्य – सामाजिक मूल्य सामाजिक घटनाओं को मापने का वह पैमाना है जो किसी घटना विशेष के प्रति सामाजिक
प्रस्तावना – विन्रमता, आस्था, लगन, परिश्रम, सम्मान, कर्तव्यपरायणता जैसे गुण, जो कभी एक विद्यार्थी के आभूषण माने जाते थे, असन्तोष,