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निदानात्मक प्रविधि का क्या अर्थ है?

निदानात्मक प्रविधि का अर्थ

निदानात्मक प्रविधि का अर्थ – परामर्श एवं निर्देशन के सन्दर्भ में, निदानात्मक अथवा उपचारात्मकम विधि से आशय उन वस्तुनिष्ठ तथा वैज्ञानिक पद्धतियों के उपयोग करने से है, जिनमें प्रार्थी की समस्याओं तथा समायोजन सम्बन्धी आवश्यकताओं का निदान तथा उपचार करना, मुख्य उद्देश्य होता है। निदानात्मक विधि का उपयोग एक योग्य एवं कुशल अध्यापक द्वारा किया जाता है। इस विधि में, एक समूह द्वारा सम्मिलित रूप से यह प्रयास किया जाता है कि प्रार्थी अथवा छात्र की समस्या को समझकर उसका निदान करने में सहायता की जाए।

इस प्रकार, प्रार्थी की समस्या के विभिन्न पक्षों पर सभी व्यक्ति यवा परामर्शदाता, निर्देशनप्रदाता, मनोवैज्ञानिक चिकित्सक, अध्यापक माता-पिता, मनोचिकित्सक तथा क्रीडा सहायक आदि समन्वित रूप से निर्धारित विचार-विमर्श करते हैं, समस्या के कारणों से ज्ञात करते हैं तब उसका उपचार करते हैं तदोपरांत अनुवर्ती चिकितसा का कार्य प्रारम्भ किया जाता है।

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परामर्श एवं निदानात्मक विधि समान नहीं है वरन् इनमें अधिक भित्रता है। परामर्श के अन्तर्गत आवश्यक पक्ष है परामर्श प्रदान करना, जबकि निदानात्मक प्रविधि में आवश्यक एवं महत्वपूर्ण सेवार्थी की समस्याओं का समाधान प्राप्त करना होता है। निदानात्मक पद्धति के द्वारा व्यक्ति (सेवार्थी) के सम्बन्ध में व्यापक एवं गहन जानकारी प्राप्त की जाती है जिसे अन्य किसी भी विधि के माध्यम से प्राप्त नहीं किया जा सकता है।

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