मित्र की चित्रकला – प्राचीन मिस्र में भित्ति मूर्तियों के एक स्थानापन्न के रूप में चित्रकला का अस्तित्व कायम था । प्रागैतिहासिक युग के अन्तिम चरण के चित्रों के उदाहरण हीराकन्पोलिस से उपलब्ध हुये हैं। तीसरे राजवंश की एक समाधि से बत्तखों के एक समूह का प्राकृतिक चित्रण मिला है। मध्य राज्य युग के सुन्दर चित्र बेनीहसन में मिले हैं। एमनहोतेप द्वितीय के समय से दीवारों पर चित्रकला के नमूने मिलने लगते हैं। सेतेखी द्वितीय की समाधि की दीवारों के चित्र उत्तम हैं। इख्नाटन के समय में पशु आकृतियों के चित्रण में गतिशीलता पर विशेष ध्यान दिया गया और सौन्दर्यवृद्धि में सहायक फूलों के चित्र अधिक बनाये गये।
डिस्टॅम्पर और क्रेस्को दोनों प्रकार के चित्र बनाये गये थे। जाल में पकड़े गये पक्षियों के चित्र में उनकी बेचैनी और फड़फड़ाहट का चित्रण सजीव हो उठा है। अन्य प्रसिद्ध चित्रों में हिरनों का झुंड, घात लगाकर बैठी बिल्ली, नग्न नर्तकी नाव में चिड़िया का शिकार, बालों में कली लगाये लड़की, विलाप करती औरतें तथा इख्नाटन की दो राजकुमारियों जैसे चित्र उल्लेखनीय हैं।
प्राचीन भारतीय इतिहास के विषय में आप क्या जानते हैं?
मिस्र के धातु शिल्पियों ने भी विविध क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा का उदाहरण प्रस्तुत किया था। स्वर्णकारों ने उच्चकोटि के आभूषण बनाये थे और बर्तनों के निर्माण में भी मिस्र के शिल्पियों को सफलता मिली थी।