मानव स्वभाव- मनुष्य को विवेकशील प्राणी मानता है और यह कहता है कि विवेकपूर्ण होने के कारण वह स्वेच्छापूर्वक नैतिक व्यवस्था को स्वीकार कर उसके अनुसार जीवन व्यतीत करना अपना परम मानता है। प्राकृतिक अवस्था- “शान्ति, सद्भावना, पारस्परिक सहायता और रक्षा की अवस्था थी।” लॉक के अनुसार मानव स्वभाव की एक अन्य विशेषता उसका उपयोगितावादी दृष्टिकोण है। इस दृष्टिकोण के अनुसार प्रत्येक व्यक्ति दुःख से बचना और सुख को प्राप्त करना चाहता है। अनुसार अच्छे और बुरे के निर्माण का यही उपयोगितावादी आधार है, जो सुख प्रदान करती है वह वस्तु अच्छी और जो दुःख प्रदान करती है वह बुरी है। सुख प्रदान करने की यह आकांक्षा ही राज्य निर्माण हेतु मनुष्य द्वारा किए जाने वाले समझौते का आधार है। समझौता व्यक्ति के जीवन में शान्ति और सामंजस्य उत्पन्न करता है और उसके प्राकृतिक अधिकारों को सुरक्षित बनाता है।
स्विस राज्यमण्डल के राष्ट्रपति के अधिकार एवं कार्य।
लॉक के अनुसार प्राकृतिक अधिकार
लॉक यह बतलाता है कि प्राकृतिक अवस्था का संचालन प्राकृतिक नियमों के अनुसार होता था तथा व्यक्ति को इन प्राकृतिक नियमों के अनुसार ही प्राकृतिक अधिकार प्राप्त थे। ये प्राकृतिक अधिकार कुल तीन प्रकार के थे
- जीवन का अधिकार,
- स्वतंत्रता का अधिकार व
- सम्पत्ति का अधिकार