लार्ड सभा एवं कामन सभा की संरचना।

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लार्ड सभा की संरचना- लॉर्ड सभा विश्व का सबसे प्राचीन और सबसे बड़ा विधायी निकाय है। यह कॉमन सभा की अपेक्षा अधिक पुरातन और विशाल है। लगभग एक शताब्दी पूर्व तक लार्ड सभा का महत्व कॉमन सभा से अधिक था किन्तु आज लार्ड सभा ब्रिटिश संसद का द्वितीय सदन ही नहीं बल्कि महत्व की दृष्टि से भी यह दूसरे नम्बर पर है। प्रतिष्ठा, प्रभाव और शक्ति में कॉमन सभा इससे बेहतर है। वास्तव में लार्ड सभा एक ऐतिहासिक संस्था है। नार्मन एंजिवेन काल की महान् परिषद् से लार्ड सभा का प्रादुर्भाव हुआ। उस काल में सम्राट बड़े-बड़े भूमिपतियों से परामर्श लिया करते थे।

मगध राज्य के उत्कर्ष पर संक्षिप्त निबन्ध लिखिए।

कॉमन सभा की संरचना

कॉमन सभा की सदस्य संख्या समय-समय पर बदलती रही है। वर्तमान समय में इसके सदस्यों की संख्या 650 है। कॉमन सभा एक पूर्णरूपेण निर्वाचित सदन है। इसका प्रत्येक सदस्य एक सदस्यीय प्रादेशिक निर्वाचन क्षेत्रों के वयस्क मताधिकार पर चुना जाता है। एक सदस्य लगभग 75 हजार मतदाताओं का प्रतिनिधित्व करता है। 1970 से ब्रिटेन में वयस्क मतदाता की न्यूनतम आयु 21 वर्ष से घटाकार 18 वर्ष कर दी गयी। कॉमन सभा में ब्रिटेन, वेल्स, स्कॉटलैण्ड तथा उत्तरी आयरलैण्ड के प्रतिनिधि होते हैं। सदस्यों का निर्वाचन पाँच वर्ष के लिये होता है तथा उसकी सदस्यता संसद के कार्यकाल के साथ चलती है जिसमें वृद्धि की जा सकती है। कॉमन सभा के सदस्यों को कई प्रकार की अन्य सुविधाओं तथा भत्तों के अतिरिक्त संसद द्वारा निर्धारित वार्षिक वेतन मिलता है।

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