जेम्स द्वितीय का जीवन परिचय – चार्ल्स द्वितीय ने अपनी मृत्यु से पहले अपने भाई जेम्स द्वितीय को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था। फरवरी 1685 ई. में जेम्स सरलता से इंग्लैण्ड की राजगद्दी पर आसीन हुआ। यद्यपि 1680 ई. में जेम्स द्वितीय को राज्याधिकार से च्युत का प्रयत्न किया गया किन्तु 1685 ई. में जब वह राजा बना उसका स्वागत किया गया तथा इंग्लैण्ड की जनता ने राजभक्ति का परिचय दिया। जेम्स द्वितीय ने सिंहासनारूढ़ होते ही संसद का अधिवेशन आमंत्रित किया। इस संसद में अधिकांश सदस्य टोरी थे जो राजा के दैवी अधिकारों और राजा के अन्य अधिकारों के समर्थक थे तथा राजा से अपेक्षा करते थे कि यह कानून निर्माण और अर्थव्यवस्था में संसद को महत्व देगा एवं अपनी गृह एवं वैदेशिक नीति में एंग्लिकन चर्च का ध्यान रखेगा।
फिलिप द्वितीय का चरित्र वर्णन कीजिए।
इस संसद ने जेम्स के व्यक्तिगत व्यय के लिए पर्याप्त धनराशि स्वीकृत की जो चार्ल्स द्वितीय तथा अन्य स्टुअर्ट शासकों की आवंटित धनराशि से कहीं अधिक थी। जेम्स को संसद ने भारी कर लगाने का अधिकार दे दिया। इस प्रकार, जेम्स टोरी दल के साथ सद्व्यवहार तथा एंग्लिकन चर्च का ध्यान रखकर अत्यंत सरलतापूर्वक शासन कर सकता था किन्तु जेम्स ऐसा कर सकने में सफल न हो सका।