Sociology

जन्मदर क्या हैं?

जन्मदर –जन्मक्षमता तीन कारणों पर निर्भर करती है-

  1. स्त्रियों की विवाह आयु,
  2. जननक्षमता की अवधि
  3. परिवार में वृद्धि की गति

यह एक सर्वविदित तथ्य है कि विवाह आयु में वृद्धि जननक्षमता को कम करती है जिसके परिणाम स्वरुप जन्मदर में कमी आती हैं। जन्मदर से जनसंख्या की प्रति हजार जन्मों की संख्या का सन्दर्भ लेती हैं। यद्यपि जन्म दर में कमी हुई हैं लेकिन कभी उतनी उल्लेखनीय नहीं है।

हिन्दुओं में पिछड़ी जातियों की स्त्रियों में औसत विवाह आयु सबसे कम ब्राह्मण, क्षत्रिय और वैश्य आते हैं। जनगणना विश्लेषण से पता चलता है कि शहरी क्षेत्रों में ग्राम क्षेत्रों की तुलना में औसत विवाह आयु 2-3 वर्ष अधिक हैं। है। इसके क्रमशः

जननक्षमता का माता के शिक्षा-स्तर के साथ गहरा सम्बन्ध है। राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण के अध्ययन से पता चलता है कि अशिक्षित या प्राथमिक शिक्षा प्राप्त स्त्रियों के औसतन 6.6 जीवित बच्चे होते हैं, जबकि मिडिल, मैट्रिक और विश्वविद्यालय स्तर की शिक्षा प्राप्त स्त्रियाँ क्रमशः औसत रूप में 5.0 और 2.0 बच्चों को जन्म देती हैं।

नगर से आप क्या समझते हैं? नगरीय समुदाय की विशेषताओं पर प्रकाश डालिए।

भारत में ऊँची जन्मदर निम्नलिखित कारणों पर निर्भर करती हैं

  1. बाल विवाह,
  2. ऊँची प्रजनन दर,
  3. विवाह की व्यापकता,
  4. जलवायु की उष्णता
  5. शिक्षा का अभाव,
  6. सन्तान निरोधकों की कमी,
  7. निर्धनता,
  8. स्त्रियों क निम्न सामाजिक स्थिति ।

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