हेनरी चतुर्थ के शासन काल – सन 1593 ई. में हेनरी चतुर्थ फ्रांस के राजसिंहासन पर बैठा। वह एकयोग्य शासक था। उस समय देश की स्थिति बहुत खराब थी। उद्योग धन्धे ठप्प पड़ गये थे। कृषि उजड़ गयी थी। हेनरी चतुर्थ ने राज्य सिंहासन पर बैठते ही देश में सुव्यवस्था और शान्ति की स्थापना का भार अपने सुयोग्य मन्त्री सली के ड्यूक को सौप दिया। सली ने एक-एक देश के सभी विद्रोही सामन्तों और जागीरदारों को दमन किया।
अतः कुछ ही समय में शान्ति और व्यवस्था का प्रसार होने लगा सली ने इसके उपरान्त अनेक सुधार किये। उसने कर वसूल करने की प्रणाली में सुधार किया तथा कृषि की उन्नति के लिए नहरें बनवायी तथा कृषकों को अनेक प्रकार की सुविधायें प्रदान की। उधर हेनरी चतुर्थ ने अपनी सैनिक शक्ति बुढाकर फ्रान्स के गौरव में वृद्धि की । उसने देश के उद्योग धन्धों और व्यापार को प्रोत्साहन प्रदान किया।
उपराष्ट्रपति की वास्तविक स्थिति ।
उसने भारतीय में व्यापारिक कोठियों की स्थापना तथा उत्तरी अमरीका में फ्रांसीसी उपनिवेशों की स्थापना की। फलतः फ्रांन्स में सुख व समृद्धि का प्रसार होने लगा तथा अन्तर्राष्ट्रीय क्षेत्र में फ्रांन्स की प्रतिष्ठा बनने लगी। सन् 1610 ई. में किसी धर्मान्ध व्यक्ति ने हेनरी की हत्या कर दी।