मैथिलीशरण गुप्त द्विवेदी युग के प्रधान कवि हैं इसकी पुष्टि उनके काव्य साधना एवं काव्य प्रवृत्तियों के आधार पर कीजिए?
मैथिलीशरण गुप्त द्विवेदी युग के वास्तविक एक प्रधान कवि हैं। किसी भी देश काल उत्तर की प्रत्येक विचारधारा संस्कृति एवं साहित्य चेतनाओं का समन्वय अपने काव्य में करने वाले को प्रधान कवि के रूप में जाना जाता है। मैथिलीशरण गुप्त जी की सभी रचनायें राष्ट्रीयता से ओत-प्रोत हैं। उनकी कविता का मूल स्वर राष्ट्रीय एवं …