असीरियन साहित्य पर प्रकाश डालिये।
असीरियन साहित्य – साहित्य असीरिया के लिपिकों और बौद्धिकों ने प्राचीन कीलाक्षर लिपि को अपनाकर इसमें कई नवीन अक्षराकार जोड़े। […]
असीरियन साहित्य – साहित्य असीरिया के लिपिकों और बौद्धिकों ने प्राचीन कीलाक्षर लिपि को अपनाकर इसमें कई नवीन अक्षराकार जोड़े। […]
भारत पर सिकन्दर के आक्रमण – सिकन्दर ईरान को विजित कर लेने के बाद काबुल की ओर बढ़ा और ख़ैबर
अजातशत्रु कौन था? – अजातशत्रु (492-460 ई.पू.)- बिम्बिसार के पश्चात् उसका पुत्र अजातशत्रु मगध का अगला शासक बना। अजातशत्रु का
सिकन्दर के प्रारम्भिक जीवन – महान विजेता सिकन्दर मकदूनिया (यूनान) के शासक फिलिप का पुत्र था। उसका जन्म लगभग 356
असीरियन मूर्तिकला – मूर्तिकला के क्षेत्र में असीरियन कलाकारों ने कोई खास सफलता प्राप्त नहीं की। मनुष्यों की मूर्तियों की
असीरियन कालीन वैज्ञानिक प्रगति – असीरियनों की विज्ञान के क्षेत्र में की गयी प्रगति भी साहित्य के समान महत्वहीन थी।
सिकन्दर और पुरू के मध्य सम्बन्ध – सिकन्दर और पोरस (पुरू) युद्ध सिकन्दर ने तक्षशिला में पुरू (पोरस) के पास
भारतवर्ष पर पारसी प्रभाव – भारत के पश्चिमोत्तर भाग पर ईरानी (पारसीक) आधिपत्य लगभग दो सौ सालों तक बना रहा।
प्राचीन मिस्र में कला-मिस्र के इतिहास का प्राचीन राज्य-युग कलात्मक सृजनात्मकता और विराट उपलब्धियों का काल था । इसी युग
मित्र की चित्रकला – प्राचीन मिस्र में भित्ति मूर्तियों के एक स्थानापन्न के रूप में चित्रकला का अस्तित्व कायम था