बुद्धि परीक्षण क्या है ?

बुद्धि परीक्षण

बुद्धि परीक्षण सबसे पहले 1875 में व्यक्तिगत भेद को मान्यता दी गई थी। इसके पान व्यक्तिगत भेद के सम्बन्ध में अनेक प्रयोग हुए। इनमें कैटिल तथा गाल्टन के नाम प्रमुख है। इन्होंने व्यक्तिगत भेदों से सम्बन्धित अनेक प्रयोग किये परन्तु बुद्धिमापन का कार्य प्रमुख रूप से बिने द्वारा प्रारम्भ किया गया।

बिने ने यह देखा कि कुछ छात्र कक्षा में बताई गई बातों को अत्यन्त शीघ्रता एवं सफलता से सीख लेते है तथा कुछ छात्र अध्ययन कुशलतापूर्वक समझाने पर भी पाठ्य-वस्तु को नहीं समझ पाते है। अत: बिने यह जानना चाहते थे कि यह कौन-सी मानसिक शक्ति है जो इसे सफलता एवं असफलता के कारण है, अता उन्होंने अपने मित्र साइमन की सहायता से ऐसी परीक्षाओं के निर्माण का काम शुरू कर दिया जिनमें वे इस मानसिक शक्ति (बुद्धि) को माप सके। इस प्रकार 1905 में सर्वप्रथम एक बुद्धि परीक्षण निकाला जिसमें कुल मिलाकर 30 प्रश्न थे जो कठिनाई के क्रम में रखे गये थे। इनका प्रयोग 50 छात्रों पर किया गया। 1908 तथा 1911 में इस परीक्षण का संशोधन हुआ और ‘मानसिक आयु’ (Mental age) शब्द का प्रथम बार इनमें प्रयोग किया गया।

1911 में प्रश्नों की संख्या 54 कर दी गई। इसके उपरान्त 1916 में बिने ने स्टेनफोर्ड विश्वविद्यालय में अपने सहयोगियों के साथ मिलकर बुद्धिमापन का संशोधन किया और इस ‘स्टेनफोर्ड बिने टेस्ट’ का नाम दिया। इनमें कुल मिलाकर 90 प्रश्न थे। इस परीक्षण का प्रमापीकरण 1000 बालकों पर किया गया। स्टर्न (Stern) ने इस सम्बन्ध में एक महत्वपूर्ण सुझाव दिया। उन्होंने बुद्धि मापदण्ड के स्थान पर बुद्धि-लब्धि (1.Q Intelligence Quotient) का एक मौलिक सुझाव पेश किया। वे बुद्धि-माप हेतु बुद्धि-माप बुर्ग लब्धि (1.Q.) का प्रयोग करने लगे इसके लिए होने निम्नलिखित सूत्र प्रस्तुत किया बु०ल० (1.Q.) मानसिक आयु (M.A..) / वास्तविक आयु (C.A.)x 100

योग का अर्थ बताते हुए परिभाषा स्पष्ट कीजिएं।

इस सूत्रानुसार मानसिक आयु में वास्तविक आयु का भाग देकर 100 का गुणा कर देते हैं। 100 का गुणा करने से दशमलव नहीं आ पाता, यही लाभ है। यदि किसी छात्र की बुद्धि लब्धि 100 है तो उसे सामान्य बुद्धि वाला छात्र कहेंगे तथा इससे अधिक होने पर उसे तीव्र बुद्धि वाला एवं कम होने पर मन्द बुद्धि वाला बालक कहेंगे। कुछ व्यक्तियों ने बुद्धि लब्धि के आधार पर भी बालकों का श्रेणी विभाजन कर दिया है।

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