ब्रिटिश कैबिनेट की शक्तिया – मन्त्रिपरिषद् के कार्यों एवं शक्तियों की व्याख्या निम्न शीर्षकों के अन्तर्गत की जा सकती है
(1) विधि-निर्माण सम्बन्धी कार्य
यद्यपि सैद्धान्तिक रूप में कानून बनाना संसद का कार्य है, तथापि आजकल यह कार्य मन्त्रिपरिषद् द्वारा छीन लिया गया है। यह अक्षरश: सत्य है कि आजकल व्यवहार में विधायिनी मामलों में मन्त्रिपरिषद् संसद को संचालित तथा निर्देशित करती है। वह संसद का नेतृत्व करती है।
(2) वित्त सम्बन्धी कार्य
मन्त्रिपरिषद् को वित्तीय क्षेत्र में भी व्यापक शक्तियाँ प्राप्त हैं। उसका एक महत्वपूर्ण सदस्य वित्तमंत्री सम्पूर्ण देश के वार्षिक बजट बनाता है और उसे संसद के समक्ष रखता है। आगामी वर्ष में किस मद पर कितना व्यय होगा और इस व्यय के लिए साधन कैसे जुटाये जाएंगे यह सब वही तय करता है। नये कर लगाना, पुराने करों को समाप्त करना अथवा उनकी वर्तमान दरों को घटाना इत्यादि वित्त मन्त्री का ही दायित्व है।
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(3 ) न्याय सम्बन्धी कार्य
मन्त्रिपरिषद् कुछ न्याय सम्बन्धी कार्य भी करती है। उसके एवं सदस्य लार्ड चान्सलर की मन्त्रणानुसार सम्राट प्रमुख न्यायालयों के न्यायाधीशों की नियुक्ति करता है। इसी प्रकार गृहमन्त्री के परामर्शानुसार वह क्षमादान करता है।