भारत सरकार अधिनियम, 19351

भारत सरकार अधिनियम, 19351- 1935 का भारत सरकार अधिनियम एक अत्यन्त लम्बा प्रलेख था। इसमें 451 धाराएँ और 15 परिशिष्ट थे। अधिनियम की प्रमुख विशेषताएँ निम्न थी

  1. 1935 के अधिनियम में एक अखिल भारतीय संघ की व्यवस्था थी।
  2. इस अधिनियम द्वारा 1919 के अधिनियम की प्रान्तों में द्वैध शासन व्यवस्था का अन्त कर उन्हें एक स्वतन्त्र और स्वशासित संवैधानिक आधार प्रदान किया गया।
  3. केन्द्र में द्वैध शासन की व्यवस्था की गयी।
  4. संघीय व्यवस्थापिका के दो सदनों में संघीय व्यवस्थापिका के सदस्यों की संख्या 375 एवं राज्य परिषद के सदस्यों की संख्या 260 निर्धारित की गयी।
  5. केन्द्रीय एवं प्रान्तीय सरकारों के क्षेत्रों को स्पष्ट करने के लिए तीन सूचियों (संघीय सूची, प्रान्तीय सूची एवं समवर्ती सूची) की व्यवस्था की गयी।
  6. संघीय न्यायालय की व्यवस्था की गयी।
  7. भारत परिषद् का अन्त किया गया तथा वर्मा को भारत से अलग कर दिया गया।
  8. इस अधिनियम द्वारा साम्प्रदायिक निर्वाचन पद्धति का विस्तार किया गया।

निदानात्मक प्रविधि का क्या अर्थ है?

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top