औपचारिक शिक्षा से आप क्या समझते हैं? संक्षेप में लिखिए।

औपचारिक शिक्षा

ऐसी शिक्षा जो विशिष्ट उद्देश्य को ध्यान में रखकर बालक को जानबूझकर दी जाती है उसे औपचारिक शिक्षा (Informal Education) कहते हैं। इस प्रकार की शिक्षा योजना सोच समझकर और जानबूझकर बनायी जाती है। इसके पाठ्यक्रम की रूपरेखा पहले से ही तैयार कर ली जाती है। दूसरे शब्दों में औपचारिक शिक्षा से तात्पर्य शिक्षा के उस स्वरूप से हैं जो कुछ पूर्व निर्धारित नियमों के अन्तर्गत विचारपूर्वक निर्धारित संस्थानों (विद्यालय आदि) द्वारा दी जाती।

हेण्डरसन ने इसे और अधिक स्पष्ट करते हुए लिखा है कि- “जब बालक लोगों के कार्य देखता है, उनका अनुशरण करता है तथा उनमें भाग लेता है, जब उसे सचेत करके जानबूझकर पढ़ाया जाता है तो वह औपचारिक शिक्षा रूप से शिक्षित होता है।

भारत में पूर्व प्राथमिक शिक्षा की वर्तमान स्थिति का विस्तृत विवेचन कीजिए।

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