औद्योगिक क्रान्ति का आर्थिक क्षेत्र में प्रभाव – इंग्लैण्ड की औद्योगिक क्रान्ति ने इंग्लैण्ड की आर्थिक अवस्था में प्रभावशाली परिवर्तन किये। अब तक इंग्लैण्ड एक कृषि प्रधान देश था, इस क्रांति ने उसे औद्योगिक देश बना दिया। नये-नये आविष्कारों के कारण कारखानों की संख्या में वृद्धि हुई। कुटीर उद्योग धंधे समाप्त हो गये एवं उद्योगों के केवल धनी व्यक्ति ही चलाने में सफल हुए। इस क्रांति से पूँजीवाद का जन्म हुआ तथा पूंजी की मांग बढ़ने से बैंकों का जन्म हुआ। 1750 ई. में इंग्लैण्ड में केवल 10-12 बैंक थे किन्तु 1763 ई. में इनकी संख्या बढ़कर 400 तक पहुंच गयी। व्यापार में भी बेहद उन्नति हुई ।
फिरोज तुगलक के प्रारम्भिक जीवन पर टिप्पणी लिखिए।
संसार से धन खिंच खिंचकर इंग्लैण्ड आने लगा। इस क्रांति ने अमेरिकी उपनिवेशों के खो जाने की क्षतिपूर्ति कर दिया। देश में कल कारखाने ही नहीं बढ़े बल्कि शहरों में पक्के और सुन्दर मकानों का निर्माण हुआ। औद्योगिक क्रांति की एक महत्वपूर्ण बात यह है कि जिन वर्गों के जीवन में हुई क्रांति का विशेष प्रभाव नहीं पड़ा था उन्हें ही सर्वाधिक आर्थिक लाभ हुआ। इस क्रांति से मध्यम वर्ग सन्तुष्ट था किन्तु श्रमिक वर्ग असंतुष्ट थे।