असीरियन कालीन वैज्ञानिक प्रगति – असीरियनों की विज्ञान के क्षेत्र में की गयी प्रगति भी साहित्य के समान महत्वहीन थी। निरन्तर युद्धों में फँसे रहने के कारण युद्ध विज्ञान को छोड़कर अन्य किसी वैज्ञानिक विद्या में उनकी दिलचस्पी नहीं थी। जादू-टोने तथा तंत्र-मंत्रों में अतिशय विश्वास एवं गहरे अन्य विश्वासी होने के कारण असीरिया के निवासियों ने ज्योतिष के प्रगति में ही रूचि ली थी। असीरियन सम्राट ज्योतिष में विश्वास रखते थे। राज्य में खगोल विद्या से संबंधित आंकड़े एकत्रित करने के लिए विशेष प्रकार के पदाधिकारियों की नियुक्ति की गयी थी। इन आंकड़ों के माध्यम से ज्योतिषी विभिन्न घटनाओं के विषय में सम्राटों को जानकारी देते थे।
कोशल महाजनपद का संक्षिप्त वर्णन प्रस्तुत कीजिए।
हण के संबंध में भी उन्होंने कुछ जानकारी प्राप्त कर लिया था। औषधिशास्त्र से संबंधित उनके पास एक शब्द कोष था जिसमें शरीर रचना, रोगों तथा उनके निदान के लिए औषधियों के विषय में लिखा गया था। बेबीलोनिया के समान असीरिया में भी रोगों का कारण अशुभ एवं आसुरी शक्तियों को ही माना गया था। अतः असीरिया के लोग भी रोगों से छुटकारा प्राप्त करने के लिए देवताओं के स्थान पर तंत्र-मंत्र एवं अभिचारिक अनुष्ठान को लाभकारी समझते थे।