अमेरिकी लॉबिंग- प्रत्येक देश में संसद भवन से लगा हुआ एक बरामदा होता है, इसे लॉबी कहते हैं। परन्तु अमेरिका में विविध निर्माण के क्षेत्र में इस लॉबी का एक विशेष स्थान या महत्व है। अमेरिका में संसदीय प्रजातन्त्र नहीं है। संसदीय प्रजातन्त्र वाले देशों में मन्त्रिमण्डल व्यवस्थापिका सभा में जो विधेयक प्रस्तुत करता है, वह स्वीकार हो ही जाता है, परन्तु अमेरिका में किसी विधेयक का भाग्य अधर में ही लटकता रहता है। अतः व्यवस्थापिका भवन की लॉबी विधेयक के प्रचार और विरोध का अत्यन्त सक्रिय क्षेत्र बन जाती है। विधेयक के समर्थन अथवा विरोध करने के इस संगठित प्रचार को लॉबिंग कहते हैं। इसमें निहित हित वाले तत्व कई संस्थाओं, पुराने कांग्रेस सदस्यों तथा अन्य महत्वपूर्ण व्यक्तियों की सहायता लेते हैं। यही लॉबिंग है।
लॉबिंग, विभिन्न दबाव समूहों द्वारा अपने हित का सम्पादन करने वाले विधेयक को पारित कराने के लिये किये जाने वाले प्रयत्नों को भी कहते हैं। इसमें प्रचार, मनुहार और धन का दबाव मुख्य रूप से काम करता है। लॉबिंग कहीं भी हो सकती है दावतों में, पार्टियों में, फोन पर, घरों पर, निजी मुलाकात द्वारा लॉबिंग का व्यापक प्रभाव हो गया है। बुडरो विल्सन ने इसके बढ़ते हुए कुप्रभावों 1 को देखकर लॉबिंग को घातक कहा था और कहा था कि यह तो अदृश्य सरकार है।