अमेरिका में स्पीकर की स्थिति – ब्रिटेन से कॉमन सभा के अध्यक्ष की तरह अमेरिका की प्रतिनिधि सभा का भी एक अध्यक्ष है। उसे भी स्पीकर कहते हैं। अमेरिका का स्पीकर कभी केवल नाममात्र का स्पीकर था, परन्तु अब यह वास्तव में सदन का सबसे प्रमुख प्रवक्ता है। “उसकी राय राष्ट्रपति द्वारा जानी जाती है वह सब प्रकार की सार्वजनिक सभाओं को सम्बोधित करने के लिए बुलाया जाता है, हर दृष्टि से उसका एक सार्वजनिक व्यक्तित्व है।”
लाई सभा के अध्यक्ष लाई चांसलर पर टिप्पणी लिखिये।
संविधान ने अमेरिका के स्पीकर को अधिक शक्तिशाली नहीं बनाया है। उसकी शक्तियों और पद में वृद्धि निरन्तर विकास और परम्पराओं का परिणाम है। परन्तु मेडीसन के बाद जब हेनरी क्ले प्रतिनिधि सभा का स्पीकर बना उसने स्पीकर पद की शान ही बदल दी। क्ले एक शानदान व्यक्तित्व का स्वामी, एक गजब का वक्ता और दल का सुलझा हुआ एक नेता था। क्ले के बाद महत्वपूर्ण राजनीतिज्ञ ही स्पीकर बनने लगे। उनकी शक्तियाँ इतनी बढ़ गयी कि रीड को तो जार रीड कहा जाने लगा।
स्पीकर का निर्वाचन
सिद्धान्तता प्रतिनिधि सभा के स्पीकर का निर्वाचन सभा स्वयं करती है, परन्तु व्यवहार में प्रतिनिधि सभा में बहुमत प्राप्त दल की बैठक में स्पीकर का चयन होता है और सदन केवल उसका अनुसमर्थन करता है।
परन्तु अमेरिका में ब्रिटेन के विपरीत एक व्यक्ति को बार-बार स्पीकर नहीं बनाते रहते। ब्रिटेन में एक बार जो व्यक्ति कॉमन सभा का अध्यक्ष बनता है, उसका न तो आम चुनाव में ही विरोध किया जाता है और न ही चुनाव के बाद स्पीकर बने समय आम चुनाव के बाद सभी दल सर्वसम्मति से उसी व्यक्ति का अध्यक्ष चुन लेते हैं, परन्तु अमेरिका में प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष पद के लिए जमकर मुकाबला होता है। केवल सदन के दोनों दलों में स्पीकर पद के लिए टक्कर नहीं होती, बल्कि प्रत्येक दल के अन्दर भी स्पीकर पद के लिए प्रत्याशी बनने के लिए जोड़-तोड़ होती है।