अभियोग्यता की परिभाषा दीजिए। किन्हीं तीन अभियोग्यता परीक्षण के नाम लिखिए ।

अभियोग्यता का परिभाषा

अभियोग्यता का परिभाषा – मुख्यतः अभियोग्यता का अर्थ होता है निर्देशन के क्षेत्र में परामर्शदाता को परामर्श देना अता प्रत्येक छा की विशिष्ट अभियोग्यता ज्ञात करना निर्देशन कार्यकर्ता का महत्वपूर्ण कार्य है।

परिभाषा

(1 ) वारेन के अनुसार- ‘अभियोग्यता वह दशा या गुणों का रूप है जो व्यक्ति की उस योग्यता की ओर संकेत करती है जो प्रशिक्षण के बाद ज्ञान, दक्षता या प्रतिक्रियाओं को सीखता है, जैसे भाषा बोलने या संगीतोत्पादन की योग्यता।’

“A condition or set of characteristics regarded as symptomatic of an individual’s ability to acquire with training some knowledge kills, or set of responses such as the ability to speak a language. To produce music etc.”

Warran, Dictionary of Psychology.

( 2 ) ट्रैक्सलर के अनुसार- ‘अभियोग्यता व्यक्ति की दशा, गुग या गुणों का संग्रह (Set) है जो सम्भावित विस्तार की ओर संकेत करती है जो कि व्यक्ति कुछ ज्ञान, दक्षता या ज्ञान और दक्षता का मिश्रण प्रशिक्षण द्वारा प्राप्त करेगा, जैसे- कला या संगीत में योगदान (Contribute) करने की योग्यता यान्त्रिक योग्यता, गणित योग्यता या विदेशी भाषा को बोलने या पढ़ने की योग्यता

अभियोग्यता का स्वरूप निम्नांकित तीन मान्यताओं पर निर्भर रहता है अभियोग्यता के स्वरूप को समझने के लिए तीन प्रश्नों पर विचार करना आवश्यक है

अभियोग्यताएँ जन्मजात होती हैं या अर्जित

यह प्रश्न बुद्धि का विवेचन करते समय मनोवैज्ञानिकों के मस्तिष्क में उठा कि वंश-परम्परा या परिस्थितियों में से कौन सा अधिक प्रभावशाली है। 20वीं शताब्दी के प्रारम्भ तक मनोवैज्ञानिकों की धारणा थी कि अभियोग्यताएँ व्यक्ति को आनुवंशिक रूप में प्राप्त होती है। किन्तु पिछली दो दशाब्दियों से अनुसन्धान के परिणामस्वरूप मनोवैज्ञानिक यह मानने लगे कि अभियोग्यताओं के विकास में परिस्थितियों का भी बड़ा प्रभाव रहता है। यह अब सिद्ध सा हो चुका है कि ये दोनों तत्व-वंश परिस्थितियाँ, बुद्धि, अभियोग्यता, अभिरूचि, योग्यताओं आदि को प्रभावित करते है।

देवगुप्त और शशांक की मित्रता के विषय में लिखिए।

अभियोग्यताएँ परिवर्तनशील या स्थिर

यह एक विवादस्पद विषय है कि अभियोग्यताएँ स्थिर रहती है या शिक्षा, प्रशिक्षण एवं परिस्थितियों द्वारा उनको बढ़ाया जा सकता है। इस क्षेत्र में अभी अधिक अनुसन्धान की आवश्यकता है। वैसे मनोवैज्ञानिकों की मान्यता यह है कि अभियोग्यताओं को शिक्षा, प्रशिक्षण और परिस्थितिक प्रभावों से थोड़ा-बहुत प्रभावित किया जा सकता है। यह निश्चित है कि इनमें शीघ्रता से परिवर्तन सम्भव नहीं है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top