आकलन प्रविधियों क्या है?

निदानात्मक विधि के अन्तर्गत, विभिन्न प्रकार की व्यक्तिनिष्ठ तथा वस्तुनिष्ठ आकलन प्रविधियों का प्रयोग किया जाता है जैसे मानसिक क्षमता, वैयक्तिक गुणों, अधिगम निष्पत्ति, संवेदी तीक्ष्णता एवं मांसपेशियों का समन्वय का मापन इन प्रविधियों द्वारा किया जाता है। लेकिन अब चिकित्सा की दृष्टि से, उपयोगी प्रविधि के रूप में प्रक्षेपण विधियों को प्रयुक्त किया जा रहा है। प्रक्षेपण विधियों के द्वारा व्यक्ति के अचेतन मन के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की जाती है। चिकित्सकों द्वारा, रोश को स्याही से धब्बों का परीक्षण एवं प्रक्षेपित (थीमेटिएपरसेपशन) परीक्षण को व्यापक रूप में प्रयुक्त किया जाता है।

अल्पायु के बालकों की समायोजन सम्बन्ध समस्याओं का अध्ययन करने के लिए एक अन्य विधि का प्रयोग किया जाता है जिसे ” क्रीडा चिकित्सा विधि कहा जाता है। इस विधि में बालक गुडिया का घर एवं अन्य खिलौनों से खेलते हुए अपनी अचेतन इच्छाओं, अन्र्द्वन्द्वों एवं द्वेषयुक्त भावों को अभिव्यक्त कर देते हैं। इन वस्तुओं के प्रति अभिव्यक्ति व्यवहारों के माध्यम से वे उन परिस्थितियों अथवा प्रौढों के सम्बन्ध में अपने दृष्टिकोणों को प्रदर्शित कर देते हैं, जिन्हें उनकी समस्याओं का कारक माना जा सकता है।

किन्डर स्कूल का वर्णन करें।

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