आदर्श सरकार पर मिल के विचार – मिल प्रजातंत्र को शासन का आदर्श रूप मानता है। क्योंकि इसके अन्तर्गत ही एक व्यक्ति सक्रिय रूप से अपने बौद्धिक और नैतिक गुणों का चरम विकास कर सकता है। मिल के शब्दों में, “आदर्श रूप में सर्वोत्तम सरकार वही है, जिसमें सम्प्रभुता कार्य को स्वयं करके सरकार के संचालन में वास्तविक भाग लेने के लिये आमंत्रित किया जाता है।”
मिल लिखता है कि इतिहास इस बात का साक्षी है कि स्वतंत्र मनुष्य समाज निरंकुश शासन के लोकप्रिय व्यवस्था में ही अधिक समृद्ध हुये हैं। अतः, लोकप्रिय शासन- व्यवस्था सबसे अच्छी शासन व्यवस्था है; क्योंकि उसी में व्यक्ति के अधिकार सुरक्षित रहते हैं। और उसका सर्वोच्च बौद्धिक और नैतिक विकास सम्भव होता है। मिल इस विचार को आगे बढ़ाते हुए कहता है कि मनुष्य का सर्वोच्च विकास एक विकसित सभ्यता पर निर्भर है।
उच्च न्यायालय की निरीक्षण और नियन्त्रण की शक्ति।
आधुनिक परिस्थितियों में विकसित सभ्यता एक बड़े राज्य में ही सम्भव है- लोकप्रिय शासन व्यवस्था छोटे राज्यों में ही स्थापित की जा सकती है। इसलिये बड़े राज्यों में लोकप्रिय शासनव्यवस्था प्रतिनिध्यात्मक चरित्र की ही हो सकती है। अर्थात् मिल के अनुसार वर्तमान युग में प्रतिनिध्यात्मक जनतंत्र है आदर्श शासन व्यवस्था है। इस प्रकार मिल ने प्रजातंत्र अर्थात् प्रतिनिधि सरकार को ही आदर्श सरकार का रूप माना है।