माध्यमिक शिक्षा आयोग के पाठ्यक्रम सम्बन्धी क्या सुझाव थे?

माध्यमिक शिक्षा आयोग के पाठ्यक्रम सम्बन्धी सुझाव-माध्यमिक शिक्षा आयोग पाठ्यक्रम पर विस्तारपूर्वक विचार व्यक्त करते हुए माध्यमिक शिक्षा आयोग ने निम्नलिखित सुझाव दिये

  1. पाठ्यक्रम को छात्रों की विभिन्न योग्यताओं व क्षमताओं के विकास में सहायक होना चाहिए।
  2. पाठ्यक्रम में विविधता व लचीलापन होना चाहिए जिससे उसे विद्यार्थियों की आवश्यकताओं अभिरुचियों के अनुरूप बनाया जा सके।
  3. पाठ्यक्रम का सामुदायिक जीवन से घनिष्ठ सम्बन्ध होना चाहिए।
  4. पाठ्यक्रम ऐसा हो कि छात्रों को न केवल कार्य करने, अपितु अपने अवकाश का सदुपयोग करने की भी सुविधा मिले
  5. पाठ्यक्रम के सभी विषयों में परस्पर घनिष्ठ सम्बन्ध होना चाहिए।

उक्त सिद्धान्तों के आधार पर आयोग ने माध्यमिक विद्यालयों के पाठ्यक्रम के लिए निम्नलिखित विषय निर्धारित किये-

(क) मिडिल या जूनियर हाई स्कूल-

  1. भाषा
  2. समाज विज्ञान,
  3. सामान्य विज्ञान,
  4. गणित,
  5. कला और संगीत,
  6. हस्तशिल्प तथा
  7. शारीरिक शिक्षण

(ख) हायर सेकेण्डरी स्कूल

इसके पाठ्यक्रम में विविधता को आवश्यक मानते हुए निम्नलिखित 7 समूहों का उल्लेख किया गया-

  1. सामाजिक विषय,
  2. विज्ञान,
  3. टेक्निकल विषय,
  4. वाणिज्य विषय,
  5. कृषि
  6. ललित कला और
  7. गृह विज्ञान

राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 का लक्ष्य क्या है?

इसमें से छात्र किसी भी समूह के तीन विषय ले सकते हैं, पर सभी समूह के विद्यार्थियों को भाषा, सामान्य विज्ञान व समाज विज्ञान या शिल्प का अध्ययन अनिवार्यतः करना होगा।

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