माध्यमिक विद्यालयों में निर्देशन एवं परामर्श के सम्बन्ध में मुदालियर आयोग के सुझाव।

माध्यमिक विद्यालयों में निर्देशन एवं परामर्श

माध्यमिक विद्यालयों में निर्देशन एवं परामर्श आयोग की दृष्टि में माध्यमिक विद्यालयों के छात्रों के मार्ग प्रदर्शन का निर्देशन आवश्यक है ताकि वे जीवन के विभिन क्षेत्रों के व्यवसायों व कार्यों को भली-भाँति समझ सकें। अतः इस दृष्टि से कमीशन की निम्नलिखित सिफारिशें थीं

  1. शिक्षा अधिकारियों को विद्यार्थियों के शैक्षिक निर्देशन पर अधिक-से-अधिक ध्यान देना चाहिए।
  2. विभिन्न उद्योगों व व्यवसायों के सम्बन्ध में छात्रों को पूर्ण जानकारी दी जाय और इसके लिए उन्हें विभिन्न उद्योगों के कल-कारखानों में ले जायें या उन उद्योगों से सम्बन्धित फिल्में दिखायी जायें।
  3. विद्यालय में प्रशिक्षित निर्देशन अधिकारियों और जीविकोपार्जन शिक्षकों की नियुक्तियाँ की जायें।
  4. उक्त मार्ग-प्रदर्शन अधिकारियों के जीविकोपार्जन और शिक्षकों के प्रशिक्षण की व्यवस्था केन्द्रीय सरकार करे।

काका कालेलकर आयोग क्या है?

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