परामर्शदाता की योग्यताएं तथा प्रशिक्षण कार्यक्रम के बारे में बताइये ।

परामर्शदाता को योग्यताएं तथा प्रशिक्षण कार्यक्रम

अमेरिका के निर्देशन एवं परामर्श में कार्यरत संगठनों द्वारा उपबोधकों हेतु आवश्यक बातों की रूपरेखा बनाने का प्रयास किया गया है। संयुक्त राष्ट्र अमेरिका की निर्देशन सेवाओं के राज्य निरीक्षकों तथा प्रशिक्षण अर्जित कर रहे उपबोधकों के आठवें राष्ट्रीय सम्मेलन द्वारा विद्यालयों में कार्य करने वाले उपबोधकों के कार्यों, योग्यताओं तथा मानदण्डों के बारे में प्रतिवेदन तैयार करने हेतु एक समिति का गठन किया गया। इस सम्मेलन में उपबोधकों की योग्यताओं एवं प्रशिक्षण के बारे में जो विचार, किया गया उसका कुछ अंश निम्नलिखित है।

मानव जीवन में शिक्षा के कार्यों का उल्लेख कीजिए।

शिक्षा परामर्शदाताओं की शिक्षा के अन्तर्गत दो प्रकार की शिक्षा को सम्मलित किया गया

  • सामान्य शिक्षा तथा
  • व्यावसायिक शिक्षा।

(क) सामान्य शिक्षा (General Education)- उपबोधक को सामान्य शिक्षा में, किसी विख्यात या विश्वासनीय संस्था में स्नातक की उपाधि अर्जित करनी चाहिए। स्नातक की उपाधि के अतिरिक्त जिस स्तर के विद्यार्थियों हेतु उसे परामर्श प्रदान करना है, उसी स्तर हेतु राज्य द्वारा निर्धारित वांछनीय एक वैध शिक्षक को भी प्रमाण-पत्र उसके लिए अर्जित करना आवश्यक है।

(ख) व्यावसायिक शिक्षा (Proicssional Education)- उपबोधक को व्यवसायिक शिक्षा के अन्तर्गत, निर्देशन के महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर व्यापक अध्ययन से कोई उपाधि प्राप्त करनी चाहिए। यह उपाधि मास्टर उपाधि में समकक्ष आवश्य होनी चाहिए। यह उपाधि प्राप्त करने से पूर्व उसके लिए यह भी नितान्त आवश्यक है कि वह निर्देशन कार्य के सिद्धान्त एवं व्यवहार से सम्बद्ध पाठ्यक्रम का अध्ययन अवश्य करें। निर्देशन कार्य के सिद्धान्त एवं व्यवहार से सम्बद्ध अध्ययन तथा प्रशिक्षण के प्रमुख अधोलिखित है

प्रशिक्षण के मुख्य क्षेत्र (Core Areas of Traingin)

प्रशिक्षण हेतु मुख्य क्षेत्र इस प्रकार हैं

  1. उपबोधकों हेतु शोध तथा मूल्यांकन प्रक्रियाएँ,
  2. निर्देशन कार्यक्रम के प्रशासनिक सम्बन्ध
  3. शैक्षिक तथा व्यावसायिक सूचनाएँ
  4. व्यक्ति को समझना तथा
  5. परामर्श की प्रक्रिया।

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