निर्देशन से आप क्या समझते हैं?

परिभाषा (Definition)-

निर्देशन से आप क्या समझते निर्देशन को एक क्रिया कहते हैं, जिसके अनुसार एक व्यक्ति को सहायता प्रदान की जाती है जिससे वह अपने निर्णय ले सके, निष्कर्ष निकाल सके तथा अपने उद्देश्यों को प्राप्त कर सके। निर्देशन के द्वारा व्यक्ति अपने व्यक्तित्व, अपनी क्षमता, योग्यता तथा मानसिक स्तर का ज्ञान प्राप्त करता है। निर्देशन की भी समस्या का समाधान स्वयं नहीं करता है वरन् व्यक्ति को ही समस्या का समाधान करने योग्य बनाता है। इस प्रकार निर्देशन का उद्देश्य है कि “मानव को उसकी शक्तियों का ज्ञान इस प्रकार करा दो कि वह अपनी शक्तियों को पहचान सके।”

निर्देशन का केन्द्र बिन्दु व्यक्ति होता है, उसकी समस्या नहीं निर्देशन छात्र की समस्याओं का अध्ययन बाद में करता है, पहले तो छात्र की शक्ति तथा योग्यताओं का अध्ययन करता है। निर्देशन व्यक्ति की समस्याओं का समाधान नहीं करता, यह तो व्यक्ति को समाधान करने योग्य बनाता है। निर्देशन का कार्य छात्र की अन्तर्निहित शक्तियों का चतुर्मुखी विकास (All-rounded Development) करना है। कभी-कभी छात्र स्वयं यह नहीं जान पाता है कि उसकी शक्तियाँ तथा इच्छाएँ क्या हैं। निर्देशन इन अज्ञात शक्तियों का पता लगाने में छात्र की सहायता करता है। इस प्रकार निर्देशन का प्रमुख उद्देश्य स्व-निर्देशन (Self-Direction) है।

“निर्देशन को व्यक्तिगत एवं सामाजिक दृष्टि से उपयोगी क्षमताओं के अधिकतम विकास के लिए प्रदत्त सहायता से सम्बन्धित निरन्तर चलने वाली क्रिया है।

एमरीस्ट्रप्स (Emerystoops) ने अपनी परिभाषा दूसरे ही शब्दों में व्यक्त की है “व्यक्ति को स्वयं तथा समाज के उपयोग के लिए स्वयं ही क्षमताओं के अधिकतम विकास के प्रयोजन में निरन्तर दी जाने वाली सहायता ही निर्देशन है ?”

राजनीतिक दृष्टिकोण से निर्देशन की आवश्यकता का वर्णान कीजिए ?

वातावरण के सम्पर्क में आकर ही मनुष्य के व्यतित्व का विकास संभव है। व्यक्तित्व के सन्तुलित विकास तथा जीवन की सफलता हेतु आवश्यक हो जाता है कि वह स्वयं अपने आपको तथा अपने वातावरण को समझे जिससे वह जीवन की विभिन्न परिस्थितियों से समायोजन स्थापित कर सके। जीवन-पथ पर अनेक कठिनाइयों का सामना करना पडता है, अनेक समस्याओं का समाधान करना पड़ता है। इन समस्त कार्यों को अकेला मनुष्य नहीं कर पाता है। उसे इस कार्य हेतु अन्य व्यक्तियों की सहायता लेनी पड़ती है। अतएव सभी प्रकार की सुनियोजित सहायता जो व्यक्ति की समस्याओं को सुलझाने तथा उसके जीवन को सुखमय बनाने में सहायत होती है, निर्देशन कहलाती है।

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