हिन्दी साहित्य के क्षेत्र में प्रेमचंद का आगमन महत्वपूर्ण घटना है। स्पष्ट कीजिए।

हिन्दी साहित्य के क्षेत्र में प्रेमचंद का आगमन एक महत्वपूर्ण घटना है। उन्होंने विविध परिस्थितियों में पड़े हुए मनुष्य का चित्रण तथा समाज के प्रत्येक स्तर के जीवन की घटनाओं को अपनी रचनाओं में स्थान दिया है। हिन्दी में प्रगतिशील कहानी प्रेमचंद की परंपरा का ही विकास कही जा सकती है। क्योंकि परवर्ती सभी कहानीकारों ने प्रेमचंद का अनुसरण किया है। उनकी कहानी गांधीवाद, साम्यवाद आदि से प्रभावित है, इन कहानियों में जहाँ बुद्धि का अतिरेक है वही व्यक्ति को लेकर विद्रोह, विस्फोट और चिंतन की प्रवृत्ति भी देखने को मिलती है।

प्रेमचंद की भाषा शिल्प पर एक प्रकाश।

जीवन की जटिलताओं एवं संघर्षो ने आज के कहानीकारों को अधिक यथार्थवादी बना दिया है। आज उसी प्रकार की कहानियाँ जनता द्वारा अपनाई जा रही हैं, जो शोषित वर्ग की वाणी को दृढ़ता देने के लिए लिखी जा रही हैं। यही कारण है कि आज कहानियों का फलक काफी विस्तृत हो गया है।

एक वेश्या के रूप में जोहरा का उल्लेख कीजिए।

वहीं बहुत कम साहित्यकार ऐसे है जिन्होंने फिल्मी दुनिया में भी अपना योगदान दिया उन्हीं में प्रेमचंद एक ऐसे साहित्यकार हैं जिनकी कई रचनाओं पर फिल्मांकन किया गया। वे साहित्य के माध्यम से समाज की सेवा का लक्ष्य लेकर मुंबई आए थे, ये और बात है कि बाजारवाद की भीड़ में उनका आदर्शवाद कहीं खोकर रह गया।

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